पुलिस की सक्रियता से बचा 'भीड़ का इंसाफ', बच्ची चोरी के आरोपित को ग्रामीणों से बचाया Nalanda News
बिहारशरीफ में रविवार की सुबह एक व्यक्ति दो बच्चियों को अपनी बताकर ले जाने लगा। इसी बीच उसे बच्चा चोर बताकर ग्रामीण उसपर टूट पड़े। किसी तरह पुलिस ने उसे छोड़ाया।
नालंदा, जेएनएन। पुलिस की सक्रियता और स्थानीय लोगों की मदद से एक बार फिर मॉब लिंचिंग की घटना होने से बच गई। मामला लहेरी थाना क्षेत्र के धनेश्वर घाट मोहल्ला का है। जहां एक व्यक्ति रविवार की सुबह दो बच्चियों को अपनी बेटी बताकर ले जाने लगा। जब बच्चियों ने शोर मचाया तो लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। इस बीच कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। जानकारी होते ही लहेरी थानाध्यक्ष वीरेंद्र यादव व बिहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से आरोपी को बचाकर अपने साथ बिहार थाना ले आए।
असम का रहने वाला है आरोपित
थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति असम का रहने वाला है। उसके पास से आधारकार्ड भी मिला है जिसपर उसका नाम भीगू हजारिका लिखा है। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रतीत रहा है। उसने बताया कि वह नार्थ ईस्ट ट्रेन से गुजरात जा रहा था। उसे नहीं पता कि वह यहां कैसे आ गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि फिलहाल पूछताछ जारी है। दोनों बच्ची धनेश्वर घाट निवासी सोनी कुमारी की बेटी मौसम व राखी है।