जिले के क्रिकेट खिलाड़ियों के उत्थान को अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ समर्पित हुए संजीव कुमार
विश्व गुरु नालन्दा में खेल प्रतिभा की कोई सानी नहीं है। जहां हर क्षेत्र से नालन्दा के प्रतिभाओं ने बिहार के नाम को देश दुनिया में लब्धप्रतिष्ठ किया है।इसी कड़ी में राजगीर बंगाली पाड़ा निवासी यूवा क्रिकेटर सह बाएं हाथ का मीडियम फास्ट गेंदबाज 20 वर्षीय संजीव कुमार पिछले कई सालों से आईपीएल टूर्नामेंट में खिलाड़ियों व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को मैच का अभ्यास करा रहे हैं।
राजगीर- विश्व गुरु नालन्दा में खेल प्रतिभा की कोई सानी नहीं है। जहां हर क्षेत्र से नालन्दा के प्रतिभाओं ने बिहार के नाम को देश दुनिया में लब्धप्रतिष्ठ किया है।इसी कड़ी में राजगीर बंगाली पाड़ा निवासी युवा क्रिकेटर सह बाएं हाथ का मीडियम फास्ट गेंदबाज 20 वर्षीय संजीव कुमार पिछले कई सालों से आईपीएल टूर्नामेंट में खिलाड़ियों व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को मैच का अभ्यास करा रहे हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट प्रतियोगिता में जगह न मिल पाने से निराश संजीव चाहते हैं कि नालन्दा जिले के अन्य उभरते युवा क्रिकेटरों को भरपूर मौका मिले, इसके लिए उन्होंने स्टार क्रिकेट क्लब की स्थापना भी की है और वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली से भेंट कर यहां के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए सहयोग की मांग की है।
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट, वनडे, टी 20 या आईपीएल क्रिकेट मैच में अंतर्राष्ट्रीय दिग्गज बल्लेबाजों को अभ्यास कराने के लिए आउटसोर्सिंग के तौर पर उभरते गेंदबाजों की मदद ली जाती है। जिसमें संजीव ने 2012 से इस अभ्यास में अपनी दमदार भूमिका का प्रर्दशन किया है। वहीं आईपीएल क्रिकेट 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के कप्तान दिनेश कार्तिक तथा कोच जैक कैलिस के साथ कोलकाता, बेंगलुरु, मुंबई व दिल्ली आदि के स्टेडियमों में श्री लंका, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश आदि टीम के खिलाड़ियों को मैच अभ्यास कराया है। जिसमें उभरते गेंदबाजों में सितारा बनकर संजीव अंतर्राष्ट्रीय दिग्गज खिलाड़ियों के बीच मशहूर हो गया है। आज संजीव किसी परिचय के मोहताज नहीं है। जिसमें इनकी बेहतरीन गेंदबाजी से प्रभावित होकर सुरेश रैना ने अपनी टी शर्ट उतार कर भेंट किया था तो वहीं कोलकाता के इडेन गार्डन स्टेडियम में अपने 199वें टेस्ट मैच की तैयारी कर रहे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी अभ्यास के दौरान संजीव से गेंदबाजी कराया। संजीव की इन और आउट स्विग गेंदबाजी ने उनको चकित कर दिया था। संजीव की पीठ तेंदुलकर ने थपथपाते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की थी।
संजीव बताते हैं कि क्रिकेट खेलना 8 साल की उम्र में शुरू कर दिया था। क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को प्रेरणास्त्रोत मानते हैं। गली क्रिकेट से सफर तय करते हुए कड़ी मेहनत के बल पर उसने राज्यस्तरीय महाराष्ट्र क्रिकेट लीग तक पहुंचे। 2012 में बृजेश पटेल की पहल से दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के अभ्यास मैच में गेंदबाजी के लिए चयनित हुआ। जिसमें सभी इंडियन खिलाड़ी प्रभावित हुए। उन्होंने बताया कि जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था।तो बिहार को रणजी की मान्यता प्राप्त नहीं था। बिहार को मिली इस मान्यता के आलोक में बिहार के उन ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के गरीब और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि क्रिकेट चयन सिस्टम में आज भी काफी उतार चढ़ाव है। जिसे मैंने झेला है। अपने सपनों के मुकाम तक मैं नहीं पहुंच पाया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट चयन में आज भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें हैं। जिससे प्रभावित बिहार के अनेक उभरते क्रिकेट खिलाड़ी आज घोर निराशा की चपेट में है। सौरव गांगुली से जब मैंने इस पीड़ा को रखा। तो उन्होंने बिहार क्रिकेट के गरीब प्रतिभावान उभरते खिलाड़ियों को मदद करने का आश्वासन दिया। यहां के खिलाड़ियों में एक नई उर्जा और उत्साह का संचार हुआ है वे कहते हैं कि बिहार में भी विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी गुमनामी के गलियारों में अपने क्रिकेट किट के साथ भटक रहे हैं। बस उन्हें मौका, पहचान और सम्मान देने की आवश्यकता है।