ई-रिक्शा और तांगा चालकों के बीच जमकर मारपीट, अफरा तफरी का माहौल
गुरूवार के दिन अचानक थाना के सामने ई रिक्शा और टांगा चालकों में बीच जबरदस्त हुए बवाल में मारपीट हो गई । इस क्रम यहां का माहौल महाभारत के रणक्षेत्र में बदल गया। इस दौरान लगभग दर्जन भर ई रिक्शा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। तथा एक ई रिक्शा चालक जितेंद्र कुमार भी घायल हो गया। इस अचानक घटना से लोग कुछ समझ पाते कि वहां भगदड़ मच गई। जिसे जहां जगह मिली।
राजगीर : गुरुवार को अचानक थाना के सामने ई रिक्शा और टांगा चालकों के बीच किसी बात को लेकर भिडंत हो गई। देखते-देखते दोनों के बीच जमकर मारपीट शुरू हो गई। इस बीच अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। गुस्साएं टांगा चालकों ने दर्जन भर ई-रिक्शा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान एक ई-रिक्शा चालक जितेंद्र कुमार भी घायल हो गया। पुलिस ने तांगा जब्त कर लिया। थानाध्यक्ष संतोष कुमार सशस्त्र पुलिस टीम के साथ घटनास्थल की छानबीन की तो पता चला कि इस घटना की शुरुआत कुछ देर पहले बस स्टैंड में तांगा व ई रिक्शा चालक के बीच मारपीट से हुई। घायल ई रिक्शा चालक जितेंद्र कुमार ने बताया कि बस स्टैंड में ई रिक्शा चालक अखिलेश कुमार के साथ किसी बात को लेकर कुछ तांगा चालकों की झड़प हो गई। इस बीच और दर्जन भर ई-रिक्शा चालक जुट गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। मारपीट में शामिल दोनों पक्ष राजगीर थाना पहुंचे। वहीं थाना के सामने अपने अपने ई रिक्शा और तांगा के साथ चालक काफी संख्या में जुट गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच फिर से बवाल शुरू हो गया और मारपीट होने लगी। एक दर्जन से भी अधिक टोटो का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। धनंजय कुमार, सीताराम प्रसाद, इतेंद्र प्रसाद, सुनील कुमार, बिट्टू कुमार, चंदन कुमार आदि 14 लोगों का ई रिक्शा शामिल है। बताया गया कि बस स्टैंड और वीरायतन में भी कुछ ई रिक्शा के साथ तोड़ फोड़ तथा तथा चालकों के साथ मारपीट की गई। इस घटना में संलिप्त तांगा चालकों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की मांग टोटो चालकों ने की। उधर, राजगीर तांगा यूनियन संघ ने ई रिक्शा चालकों द्वारा, टांगा यूनियन संघ के प्रतिनिधि दिलीप यादव के गायब हो जाने का आरोप लगाया और अपना मोर्चा खोलते हुए थाने का घेराव कर दिया। थाना परिसर के पिछले हिस्से में लगभग 2 सौ की संख्या में तांगा सहित खड़े हो गए। तांगा चालकों का आरोप है कि मारपीट के बाद दिलीप यादव 5 घंटे से लापता है, और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ बता रहा है। तांगा चालकों ने थाने पहुंचकर टोटो चालकों पर कानूनी कार्रवाई का दबाव बनाने लगे। टांगा चालकों ने यह भी मांग की है कि बिहार बजट में कुल 506 तांगा चालकों को सौ फीसदी अनुदानित ई रिक्शा की योजना पर कैबिनेट की मुहर भी लगी थी। मगर अभी तक एक भी तांगा चालकों को इस योजना से लाभान्वित नहीं किया जा सका है। थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों ही पक्षों से अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। इधर विवाद के बाद तांगा और ई रिक्शा का परिचालन बंद रहा। लोगों की मानें तो इन दोनों के चल रहे पुराने विवाद से राजगीर की शांति भंग हो रही है।