राड, खंती व कुल्हाड़ी के साथ पहाड़ का खाक छानती रही उत्पाद विभाग की टीम
12 मौत के बाद मंगलवार को पहाड़ की तलहटी में कोई खास हलचल देखने को नहीं मिला। तीन दिनों तक जहरीली शराब पीकर मौत के आगोश में समा चुके 12 लोगों के स्वजन की चित्कार अधिकारी व राज नेताओं का दौरा के बाद पहाड़ बिल्कुल खामोश थी।
जागरण संवाददाता,बिहारशरीफ : 12 मौत के बाद मंगलवार को पहाड़ की तलहटी में कोई खास हलचल देखने को नहीं मिला। तीन दिनों तक जहरीली शराब पीकर मौत के आगोश में समा चुके 12 लोगों के स्वजन की चित्कार, अधिकारी व राज नेताओं का दौरा के बाद पहाड़ बिल्कुल खामोश थी। हां, सुबह करीब आठ बजे देसी शराब की खेप उतरने की अफवाह के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ जरूर दिखी। हर कोई इसी इंतजार में था कि गलती से कोई तस्कर मिल जाए ताकि स्वजन के खोने का गुस्सा उतार सके। लेकिन कुछ नहीं मिला। पुलिस के समझाने के बाद लोग शांत हुए। हो-हल्ला के बाद करीब 11 बजे उत्पाद विभाग की टीम छोटी पहाड़ी पहुंची। हाथ में राड, खंती व कुल्हाड़ी थी। डीएसपी अरुण कुमार सिंह व उत्पाद विभाग की इंस्पेक्टर रश्मि आनंद टीम के साथ पहाड़ पर चढ़ना शुरू किया। बताया कि पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। कई घरों का ताला तोड़ा गया। आगे बढ़ने पर एक घर के अंदर रश्मि आनंद दाखिल हुईं। एक खाली गैलन मिला। सिपाही को गैलन देते हुए कहा। सूंघो तो, शराब का स्मेल आ रहा है क्या। नहीं मैडम। अच्छा-अच्छा रहने दो। इसके बाद कई घरों का ताला तोड़ा गया लेकिन कुछ नहीं मिला। अचानक देसी शराब की खाली रैपर मिलते ही हलचल तेज हो गई। जिसके घर के दरवाजे पर रैपर खोंसा हुआ था, उससे पूछताछ की गई। इसके बाद टीम आगे बढ़ गई। इसी बीच राजस्व पदाधिकारियों की टीम सर्वे करने पहुंच गई। अवैध तरीके से घर बनाकर रह रहे 64 लोगों के मकान पर नोटिस चस्पाना था। रात होने के कारण सोमवार को नहीं चस्पाया जा सका था। एक घर आर्म्स एक्ट के आरोपित का था जहां नोटिस चस्पाया गया। पूरे पहाड़ का खाक छानने के बाद रश्मि आनंद करीब साढ़े तीन बजे पहाड़ से नीचे उतर आई। इसी बीच किसी ने तंज कसा कि पहले ये सब करती तो आज पहाड़ का खाक छानना नहीं पड़ता। तभी किसी ने कहा कि इसमें मैडम के की दोष है। जे वसूली करके जा हलै, ओकरा पर ने कार्रवाई हो। भक्क, अरे इ नै ले होतिन पैसवा लेकिन विभगवा वाला तो लेवे ने करा हलै। एक चीज देखने को मिला कि शायद 12 की मौत के बाद ही सही अब पहाड़ से कोई और चीख न निकलें। कुल मिलाकर पहाड़ पर जाने वाले रास्तों पर सिर्फ पुलिस व उत्पाद की गाड़ियां ही दिख रही थी। सप्लायर सुनीता उर्फ मैडम का व एक अन्य मैडम के घर को निहारते हुए यह संवाददाता वापस लौट आए।
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होम्योपैथ दवा से अंग्रेजी शराब बनाने के फैक्ट्री का उद्भेदन तो किया लेकिन जांच थम गई बीते 21 दिसंबर को दीपनगर थाना क्षेत्र के मेघीनगमा गांव में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर होम्योपैथ दवा से अंग्रेजी शराब बनाने के फैक्ट्री का उद्भेदन किया था। संभवत: जिले में ऐसा पहला मामला सामने आया था जहां होम्योपैथ दवा से अंग्रेजी शराब बनाने की फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ। लेकिन उत्पाद विभाग की टीम जांच को आगे नहीं बढ़ा पाई। अगर उसके तह तक भी पहुंच पाती तो स्पिरिट के मेन किगपिन तक विभाग पहुंच जाती। झारखंड से स्पिरिट मंगाई गई थी। मुख्य धंधेबाज रडार पर होते तो 12 लोगों की मौत की कहानी रोकी जा सकती थी।