नगर निगम के वार्ड 15 में हर सुबह पानी के लिए होती है जंग
बिहारशरीफ : सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना नगर निगम के कई क्षेत्र में नकार
बिहारशरीफ : सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना नगर निगम के कई क्षेत्र में नकारा साबित हो रही है। हर साल गर्मी आने से पहले ही नगर निगम व पीएचइडी पानी की समस्या से निजात दिलाने की योजना बनाती है लेकिन इसका अमल नहीं हो पाता है। यही वजह है कि गर्मी के दस्तक देते ही नगर निगम क्षेत्र के कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मच जाता है। शहर के वार्ड 15 में आधा दर्जन मोहल्लों में रहने वाले लगभग 8 हजार की आबादी को पानी के लिए हर सुबह जंग करनी पड़ती है। यहां पर पीएचइडी के वाटर टैंक से नईसराय व चूड़ीचक मोहल्ले के लोगों की प्यास बुझती है। पानी की समस्या को लेकर सुबह से ही टैंकर आने के इंतजार में लोग तसला-बाल्टी, जर्किन आदि लेकर कतार में लग जाते हैं। वाटर टैंक आते ही लोग पानी के लिए कूद पड़ते हैं। इस दौरान कई बाद आपस में नोकझोंक भी हो जाती है। विडंबना यह है कि इस इलाके में आजादी के पूर्व से लगी पाइप लाइन पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इतना ही नहीं चार-पांच दिनों तक सप्लाई पानी आता ही नहीं है। यदि पानी आ भी जाए तो जगह-जगह जर्जर पाइप की वजह से पीने योग्य पानी नहीं होता है। ऐसे में लोगों के पास एकमात्र विकल्प पीएचईडी की भेजी हुई टैंकलोरी है।
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कुएं व चापाकल दे चुके हैं जवाब गर्मी के दस्तक देते ही वाटर लेवल काफी नीचे चला जाता है। इस कारण अधिकांश कुएं व चापाकल से पानी निकलना बंद हो जाता है। यहीं नहीं पाइप लाइन से आनी वाली प्रेशर कम होने की वजह से कई घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। बहरहाल सात निश्चय योजना का इस वार्ड के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
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जमीन विवाद के कारण ठप हुआ बोरिग का काम वार्ड 15 की पार्षद सविता देवी का कहना है कि उनके वार्ड में पानी की घोर समस्या है। आठ हजार की आबादी के बीच पेयजल की संकट हर साल गर्मी के मौसम में हो जाता है। हर साल इस वार्ड में बोरिग कराने के लिए योजना बनाई जाती है लेकिन यह कागजों तक ही सीमित रह जाती है। आजादी के समय का बिछा पाइप लाइन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। कई जगह पाइप फट गया है और नाला से होकर गुजर रहा है। ऐसे में यदि सप्लाई पानी घरों तक पहुंच भी जाए तो पानी इतना दूषित होता है कि पीना तो दूर इसका इस्तेमाल दूसरे चीजों में भी करने से लोग परहेज करते हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम ने बोरिग के लिए गैर मजरूआ जमीन चिह्नित भी किया था। इसके लिए सारे प्राक्कलन तैयार कर लिए गए पर कुछ शरारती तत्वों के जमीन पर अतिक्रमण के कारण बोरिग की योजना पर ग्रहण लग गया। जमीन को लोग अपना बताकर कोर्ट में मुकदमा कर चुके है, इस कारण यह काम रूक गया। उन्होंने बताया कि उनके वार्ड में नईसराय, चूड़ीचक, कल्याणपुर, नरसलीगंज, चौधरी कॉलोनी तथा गौढ़ागढ़ का कुछ भाग आता है।
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बोरिग के लिए तय होगी दूसरी जगह, बदलेगी पुरानी पाइप लाइन
वार्ड 15 में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए पूर्व में ही बैठक में प्रस्ताव पारित कर गैर मजरूआ जमीन पर बोरिग कराने की स्वीकृति प्रदान की गई थी। इसके लिए एस्टीमेट भी बना लिया गया था। लेकिन जिस जमीन पर बारिग का निर्माण होना था, वहां पर कुछ लोगों ने आपत्ति कर दी और कोर्ट में अर्जी देकर निर्माण कार्य पर रोक लगा दी। वैसे वार्ड पार्षद को दूसरी जगह भी जमीन को चिह्नित करने को कहा गया है। जमीन उपलब्ध होते ही बोरिग के साथ पुराने पाइप को हटाकर नई पाइप लाइन लगा दी जाएगी। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नगर निगम व पीएचइडी से हर दिन टैंकलोरी भेजी जा रही है। सौरभ जोरवाल
नगर आयुक्त, बिहारशरीफ