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चंद्रवंशियों की अखंडता से बिहार के गौरवशाली अतीत की होगी वापसी : श्याम भारती

राजगीर : बिहार के गौरवशाली अतीत की वापसी में चन्द्रवंशी समाज की अखंडता की अहम भूमिका रहेगी। जिन्होंन

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 06:56 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 06:56 PM (IST)
चंद्रवंशियों की अखंडता से बिहार के गौरवशाली अतीत की होगी वापसी : श्याम भारती
चंद्रवंशियों की अखंडता से बिहार के गौरवशाली अतीत की होगी वापसी : श्याम भारती

राजगीर : बिहार के गौरवशाली अतीत की वापसी में चन्द्रवंशी समाज की अखंडता की अहम भूमिका रहेगी। जिन्होंने दोहन, शोषण तथा  विकसित  समाज के सबसे पीछे पायदान पर रहकर भी नि:स्वार्थ भाव से प्राचीन मगध काल से ही लोगों की सेवा में तत्पर हैं और आर्थिक, राजनीतिक शक्ति के बिना अपने धरोहरों को संरक्षित करते हुए समाज के हर व्यक्ति से जुड़कर एक नये बिहार को गढ़ने के लिए समर्पित है। उक्त बातें सम्राट जरासंध विचार मंच सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्याम किशोर भारती ने बुधवार को जरासंध स्मारक परिसर में डोली यूनियन संघ मिलन समारोह सह वनभोज के क्रम में गरीबों के बीच खिचड़ी वितरण कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि वेद पुराणों ही नहीं, अपितु में महाभारत कालखंड में भी चंद्रवंशियों का विशेष उल्लेख है जो उस काल से होकर मगध साम्राज्य के सम्राट राजा जरासंध के मगध साम्राज्य का गौरवशाली विस्तार, वर्तमान के अफगानिस्तान तक  हुआ करता था। जिसमें चंद्रवंशियों के कुलदेवता राजा जरासंध के शौर्य, पराक्रम के साथ राज्य की प्रजा  तथा साम्राज्य विस्तार का इतिहास आज भी सामने है। मगर वर्तमान में उनके धरोहरों में शुमार जरासंध का अखाड़ा, वैभारगिरि पर्वत स्थित बाबा सोमनाथ सिद्धनाथ महादेव मंदिर व जरासंध का बैठका के अलावा उनके नवजीवन दायिनी पोषपालक माता, मां जरादेवी मंदिर के सानिध्य में स्थित जरासंध स्मारक जीर्णोद्धार की बाट जोह रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में जरासंध अखाड़ा में संपन्न, अखंड चन्द्रवंशी सम्मेलन में लिए गए निर्णय तथा पारित प्रस्ताव के आलोक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जरासंध अखाड़ा के जीर्णोद्धार सह संरक्षण के लिए स्वयं यहां पहुंच संबंधित विभागों को निर्देश तो जारी कर सराहनीय कार्य किया है। यूनियन संघ के अध्यक्ष बुलबुल चंद्रवंशी ने कहा कि वर्ष भर उक्त स्मारक परिसर में विवाह, विशेष पर्व त्यौहार में पूजा-अर्चना तथा स्मारक मंदिर में जरासंध की प्रतिमा के दर्शन करने लाखों की संख्या में पर्यटक सह तीर्थयात्रियों का जत्था यहां पहुंचते हैं। जिनके लिए पेयजल, शौचालय, प्रकाश आदि की व्यवस्था तथा स्मारक मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए चारदिवारी के न होने से घोर परेशानी का सबब बना हुआ है। संयोजक नंदकिशोर चंद्रवंशी ने कहा कि वैसे तो मिटती अस्तित्व के जरासंध अखाड़ा को सारी दुनियां देखने आती है। मगर जरासंध दिखने में कैसे थे। उनकी प्रतिकृति को जरासंध स्मारक परिसर स्थित मंदिर में देखा जा सकता है। इस अवसर भाजपा नेता प्रवीण कुमार ¨सह,  संघ उपाध्यक्ष मुन्ना चंद्रवंशी, सचिव नंदेलाल चंद्रवंशी, प्रमोद कुमार, बाढो राम, अशोक राम, देवेन्द्र राम, बबलू राम, कमलेश कुमार, कृष्णा चंद्रवंशी सहित हजारों की संख्या में चंद्रवंशी समाज के लोग उपस्थित थे। 

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