बिहार में साक्षरता महापरीक्षा, चर्चा में रही देवरानी-जेठानी की जोड़ी; महिलाओं में दिखा उत्साह
मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत नालंदा जिले में बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। 106 केंद्रों पर 15 से 45 वर्ष की महिलाओ ...और पढ़ें

बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा देती महिलाएं। (जागरण)
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत जिले भर में रविवार को बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में आयोजित की गई।
जिले के कुल 106 परीक्षा केंद्रों पर हुई इस परीक्षा में 15 से 45 वर्ष आयु वर्ग की नवसाक्षर महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुईं। परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे चला।
मध्य विद्यालय राणा बीघा में इस महापरीक्षा को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। यहां कुल 115 महिलाओं ने परीक्षा में भाग लिया। अधिकांश महिलाएं पहली बार परीक्षा कक्ष में बैठीं और पहली बार कलम पकड़ने का अनुभव उनके चेहरे पर स्पष्ट खुशी के रूप में दिखाई दिया।
परीक्षा केंद्र पर आत्मविश्वास और उमंग का माहौल बना रहा। इस केंद्र पर देवरानी और जेठानी दोनों के एक साथ परीक्षा में शामिल होने की चर्चा पूरे दिन बनी रही। दोनों ने बताया कि बचपन में परिस्थितिवश पढ़ाई छूट गई थी, लेकिन अब अक्षर आंचल योजना के माध्यम से उन्होंने दोबारा सीखना शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि अब वे न केवल अपना नाम लिखने में सक्षम हैं, बल्कि अपने बच्चों की पढ़ाई में भी मदद कर पा रही हैं। परीक्षा में शामिल अन्य महिलाओं ने भी बताया कि साक्षर होने के बाद उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है और वे दैनिक जीवन के कई कार्य स्वयं करने में सक्षम हुई हैं।
अक्षर आंचल योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूत कदम दिया है। मौके पर टोला सेवक मुन्ना मांझी, संजय कुमार, प्रधानाध्यापक मो. तकी हसन अयूबी सहित अन्य शिक्षाकर्मी उपस्थित थे।

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