Move to Jagran APP

हरनौत बाजार में वर्षों से जमें अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा

तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को हरनौत बाजार में सड़क के दोनों किनारों का अतिक्रमित जमीन मुक्त करा लिया गया।अंचलाधिकारी अखिलेश चौधरी एवं थानाध्यक्ष ऋतुराज की मौजूदगी में पुलिस बल ने दुकानदारों द्वारा गाड़े गये बांस बल्ले उखाड़ कर थाना परिसर में पहुँचा दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 06:55 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 06:55 PM (IST)
हरनौत बाजार में वर्षों से जमें अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा
हरनौत बाजार में वर्षों से जमें अतिक्रमणकारियों पर चला प्रशासन का डंडा

हरनौत : तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को हरनौत बाजार में सड़क के दोनों किनारों का अतिक्रमित जमीन मुक्त करा लिया गया। अंचलाधिकारी अखिलेश चौधरी एवं थानाध्यक्ष ऋतुराज की मौजूदगी में पुलिस बल ने दुकानदारों द्वारा गाड़े गये बांस बल्ले उखाड़ कर थाना परिसर में पहुंचा दिया। संकीर्ण व अस्त व्यस्त दिखने वाली सड़क चौड़ी दिखने लगी। वाहनों की रफ्तार बढ़ गयी। यह कदम पैदल यात्रियों के लिये राहतकारी कही जा रही है। मोटरसाइकिल या अन्य छोटे वाहन खड़ा कर मार्केटिग करने में भी सहूलियत हो गई है। सीओ ने मंगलवार को ही लाउडस्पीकर से बाजार में घोषणा करवा दी थी कि अतिक्रमण हटा लें। अन्यथा उसे बलपूर्वक हटवा दिया जाएगा। घोषणा का असर यह हुआ कि सड़क किनारे जिन की दुकानें लगती थी वो थोड़ा पीछे खिसक लिए। लेकिन अंचलाधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने पुलिस बल बुलवा बांस बल्ले व अन्य समान को उठवा थाने में पहुंचा दिया। सरकारी जमीन को खाली करवा लिया। बाजारवासी स्थानीय प्रशासन को इस कार्य के लिए सराहा है।              

loksabha election banner

----------------------------------------------------------------------

बरकरार रहे यही स्थिति ़फोटो 08 हरनौत निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्र उदय उ़र्फ मुन्ना ने कहा कि आखिर सीओ को सख्त होना पड़ा। उन्होंने  जरूरत बतायी की अतिक्रमण मुक्त सड़क की यथा स्थिति बरकरार रहनी चाहिए। पहले भी अतिक्रमण हटाया जाता रहा है। लेकिन फिर से धीरे-धीरे सड़क पर दुकानें सजती गयीं।         

-----------------------------------------------------------------------

लगातार नजर रखने की जरूरत  ़फोटो 09

आदर्श नगर मोहल्ला निवासी सुरेंद्र प्रसाद का मानना है कि प्रशासन एवं पुलिस के पदाधिकारी अतिक्रमणकारियों पर लगातार नजर रखें तो उनके हौसले न बढ़े। प्रशासनिक सुस्ती का फायदा कुछ लोग उठा लेते हैं। वे निज स्वार्थ में इतने डूबे होते कि उन्हें पब्लिक की समस्या से कोई मतलब नहीं रह जाता।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.