निर्धारित कीमत से अधिक पर उर्वरक की बिक्री करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई
बिहारशरीफ : थरथरी प्रखंड के किसानों ने पिछले दिनों डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम से उर्वरक की कालाबाजारी क
बिहारशरीफ : थरथरी प्रखंड के किसानों ने पिछले दिनों डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम से उर्वरक की कालाबाजारी करने की शिकायत की थी। किसानों के शिकायत की जांच डीएम ने एसडीओ हिलसा को दिया था। एसडीओ हिलसा ने थरथरी प्रखंड के रायपुर, कोयलबिगहा, थरथरी, राजू बिगहा व लखाचक आदि गांवों के किसानों से शिकायत के बावत पूछताछ कर उनका लिखित बयान लिए। जांच में इस बात की पुष्टि हुई की प्रखंड के खाद दुकानदार विजेन्द्र कुमार, भोला साव, मुन्ना साव, आर्शिवाद ट्रेडर्स, मनोज महतो, तनिक महतो एवं विरेन्द्र कुमार खाद विक्रेताओं द्वारा किसानों से खाद की निर्धारित कीमत से अधिक वसूली कर रहे हैं। दुकानदारों द्वारा खाद क्रय करने वाले किसानों को रसीद भी नहीं दिया जाता है। उर्वरक विक्रेताओं द्वारा पॉश मशीन का इस्तेमाल भी नहीं किया जा रहा है। जबकि जिला कृषि विभाग ने उर्वरक विक्रेताओं को खाद की बिक्री पॉश मशीन द्वारा बताए जाने वाले कीमत पर भी करने का निर्देश दे रखा है। यहां बता दें कि डीएम ने शिकायत के बाद जांच की जद में आए सभी दुकानदारों को अनुज्ञप्ति रद करने तथा उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया है।
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कितने में बेच रहे हैं उर्वरक विक्रेता खाद जिले के अधिकांश उर्वरक विक्रेता खाद की कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं। यह मामला केवल थरथरी तक ही सीमित नहीं है। उर्वरक विक्रेता किसानों को यूरिया 350 तथा डीएपी 1480 से लेकर 1500 के बीच में बेचकर किसानों के पाकिट पर सीधे डाका डाल रहे हैं।
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क्या है उर्वरक का सरकारी निर्धारित दर सरकार ने उर्वरकों की कीमत जो निर्धारित किया है उसके अनुसार अत्यधित फसलों में प्रयोग होने वाले यूरिया 267 तथा डीएपी 1290 रूपए प्रति बोरी है। जबकि उर्वरक विक्रेता प्रति बोरी यूरिया पर लगभग 83 व डीएपी पर 190 से 210 रुपए मुनाफाखोरी कर रहे हैं।
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कहते हैं पदाधिकारी
थरथरी के किसानों के शिकायत पर उर्वरक की कालाबाजारी का मामला प्रशासन के प्रकाश में आया है। जिला प्रशासन उर्वरक की कालाबाजारी करने वाले जिले के सभी उर्वरक विक्रेताओं पर कार्रवाई करेगी। वहीं जिस प्रखंड में उर्वरक की खुलेआम कालाबाजारी हो रही है और उसकी जांच में पुष्टि हो जाएगी, उस उर्वरक विक्रेता की अनुज्ञप्ति रद करने के साथ उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। वहीं कालाबाजारी करने की खुली छूट देने वाले प्रखंड कृषि पदाधिकारी पर भी कार्रवाई निश्चित की जाएगी। डॉ त्यागराजन एसएम
डीएम, नालंदा