हज के सफर में महिलाएं भी बनेंगी खिदमतगार
पुरुषों के साथ अब महिलाएं भी खादीमुल हुज्जाज बन सकेंगी।
मुजफ्फरपुर। पुरुषों के साथ अब महिलाएं भी खादीमुल हुज्जाज बन सकेंगी। सऊदी अरब में उन्हें महिला हज यात्रियों की खिदमत (सेवा या हज संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने) का मौका मिलेगा। इनके चयन के लिए हज कमेटी ने कवायद शुरू कर दी है। 24 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन की तिथि तय है। पुरुषों के साथ महिलाओं को भी आवेदन का मौका दिया गया है।
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हाजियों की दूर करेंगी परेशानी : सऊदी अरब में हज का अरकान (हज की प्रक्रिया) पूरा करने में आनेवाली परेशानियों को दूर करने में खादीमुल हुज्जाज मददगार होते हैं। 200 हज यात्रियों पर एक की नियुक्ति की जाती है। सूबे से इस बार 5149 हज यात्रियों के जाने की उम्मीद है। इनकी खिदमत के लिए 25 खादीमुल हुज्जाज जाएंगे। इनमें महिलाएं भी होंगी।
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कौन हैं खादीमुल हुज्जाज
ये हाजियों के मददगार के रूप में काम करते हैं। यात्रा के दौरान उन्हें संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराते हैं। उनकी सेवा में हमेशा तत्पर रहते हैं। हाजी रफीक नूर व हाजी अबू जफर कहते हैं कि हज यात्रा के दौरान उनकी भूमिका अहम होती है।
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ये चाहिए योग्यता
-सरकारी कर्मचारी हो।
-हज या उमरा कर चुके हों और उनकी पूरी जानकारी रखते हों।
-उनकी आयु एक जुलाई 2018 को 25 से 58 वर्ष के बीच हो।
-इंटरनेशनल पासपोर्ट हो।
-इस बात का शपथपत्र देना होगा कि इस साल उनका कोई रिश्तेदार हज को नहीं जा रहा है।
-सऊदी अरब में किसी भी मोअल्लिम (गाइड करनेवाला) से ताल्लुकात नहीं हो।
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बयान
-'खादीमुल हुज्जाज के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जहां से बिना मेहरम महिलाएं हज को जा रही हैं, वहां महिला खादीमुल हुज्जाज की व्यवस्था होगी।'
-हाजी इलियास हुसैन उर्फ सोनूबाबू, चेयरमैन, बिहार राज्य हज कमेटी