Hartalika Teej Vrat 2020: अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र की कामना को महिलाओं ने रखा तीज का व्रत
हरितालिका तीज व्रत शुक्रवार को पूरे जिले में मनाया गया। कई इलाकों में पुरोहितों ने कराया वर्चुअल पाठ। कोरोना संक्रमण के चलते नहीं दिखा सामूहिक आयोजन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अखंड सौभाग्य का प्रतीक हरितालिका तीज व्रत शुक्रवार को पूरे जिले में मनाया गया। महिलाओं ने अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र के लिए भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की। 24 घंटे के निर्जला उपवास शुरू किया। यह शनिवार को सुबह समाप्त होगा। सोलह शृंगार से सजधज कर महिलाओं ने पूजा की। वहीं पुरोहित से कथा सुनी। इस दौरान देर शाम से रात तक व्रती महिलाओं ने रात्रि जागरण किया। वे भक्ति गीतों के साथ भजन-कीर्तन करती रहीं। हालांकि इस बार व्रती महिलाओं के सामूहिक कथा सुनने की तस्वीर कहीं नहीं दिखी। कोरोना संक्रमण के चलते घर पर ही पूजा-अर्चना की गई।
पुरोहितों की रही डिमांड, कराया वर्चुअल पाठ
तीज को लेकर पुरोहितों की डिमांड होती रही। वे अपने नियमित यजमानों के यहां पूजा कराने के बाद ही अन्य लोगों के घर जाकर पूजन कराया। इस बार पुरोहित भी पूजा के दौरान मास्क लगाकर कथा कहते नजर आए। वहीं, कई इलाकों में पुरोहितों ने वर्चुअल पाठ के जरिए पूजन कराया।
बोली व्रती
व्रती सोनल ने कहा कि तीज का त्योहार अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है। यह पर्व पति के प्रति पत्नी के समर्पण और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।
व्रती करुणा का कहना है कि तीज का व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। इस पर्व में व्रती सुख, शांति और समृद्धि की कामना करती हैं।
नीलू ने कि हरितालिका तीज व्रत का अनुष्ठान काफी कठिन होता है। पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं निर्जला रहकर 24 घंटे का उपवास करती हैं।
रागिनी देवी बोली भारतीय संस्कृति में पर्व त्योहार का खास महत्व है। इसमें तीज का पर्व महत्वपूर्ण है। यह पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है।