अनोखा केस: महिला के 'चार भूत' हो गए चोरी, कोर्ट पहुंचा मामला, FIR हुई दर्ज, जानिए
मुजफ्फरपुर जिले की एक महिला ने अपने पड़ोसी पर चार भूतों की चोरी का आरोप लगाया। जब मामला कोर्ट पहुंचा तो थाने में एफआइआर दर्ज हुई, जिसके बाद भूत वापस लौट आए। जानिए मामला.....
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में एक अजीबोगरीब चोरी की बात सामने आई है। इसमें हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा डीह गांव निवासी जैलश देवी ने पड़ोस की शांति देवी के पति नंदलाल सहनी पर उसके चार भूतों की चोरी का आरोप लगाया। भूतों को वापस लौटाने के लिए जैलश व उसके परिजन मरने-मारने पर उतारू हो गए।
इस मामले को लेकर तीन माह पहले उसके समर्थकों ने शांति देवी के घर पर हमला भी कर दिया था। उसके साथ मारपीट की व घर में आग लगा दी। शांति देवी फरियाद लेकर थाना गई, लेकिन वहां उसकी बात किसी ने नहींं सुनी। फिर उसने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के कोर्ट में परिवाद दाखिल कर दिया। इसमें उसने जैलश देवी, उसके पति राजदेव सहनी, लोहा सहनी, जितेंद्र सहनी, लालजी सहनी, मुकेश सहनी व शत्रुघ्न सहनी को आरोपित बनाया।
परिवाद की सुनवाई के बाद सीजेएम ने हथौड़ी थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर मामले की सुनवाई का आदेश दिया। इस आदेश के आलोक में 21 नवंबर को हथौड़ी थाना में आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस मामले की अनुसंधान कर रही थी कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया। कोर्ट में दाखिल समझौता पत्र में भूतों के बारे में कुछ नहीं कहा गया, लेकिन अनौपचारिक बातचीत में जैलश देवी ने भूतों के लौटने के बाद सुलह-समझौते की बात बताई।
परिवाद में यह आरोप लगाया था
शांति देवी ने अपने परिवाद में कहा था कि उसके पति नंदलाल सहनी बाहर रहते हैं। आरोपित जितेंद्र सहनी गांव में दबंगई दिखाता है। जैलश देवी भूत-प्रेत का झाड़-फूंक करने की नौटंकी करती है। वह बेवजह उसके पति को प्रताड़ित कर रही है।
उसने आरोप लगाया है कि उसके पति ने उसके भूतों की चोरी कर ली है। उसने धमकी भी दी है। उसने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। 13 सितंबर को इसकी शिकायत हथौड़ी थाना पुलिस से की थी।
भूत लौटे तो हुआ समझौता
हाल के दिनों में जैलश के कथित चारों भूत लौट आए। इसके बाद उसके व्यवहार में परिवर्तन आया। परिजनों व संबंधियों ने दोनों पक्षों में सुलह-समझौता का प्रयास किया तो बात बन गई। दोनों पक्ष कोर्ट में उपस्थित हुए और शांति देवी ने सुलहनामा दाखिल किया।
कौन है जैलश देवी
नरमा डीह निवासी जैलश देवी मूल रूप से सब्जी बेचने का काम करती है। उसके जटाजूट भी हैं। उसने आरोप लगाया कि उसके पास चार भूत हैं। जिसकी मदद से वह गांव में झाड़-फूंक का काम भी करती है। वह इन भूतों का काफी ख्याल रखती है। उसकी पूजा के अलावा उसे चढ़ावा भी चढ़ाती है।
दुर्गापूजा के दौरान जब वह पूजा कर रही थी तो मदद के बहाने नंदलाल पहुंचा और उसके भूतों को अपने साथ लेते चला गया। इसका पता उसे तब चला जब उसके आह्वान पर भी उसके भूत नहीं पहुंचे थे।
नंदलाल का जवाब, बहू को दे दी सारे भूत
नंदलाल का भी दावा रहा कि जैलश के पास भूत था। उसे उसने अपनी बहू को दे दिया। बेवजह उस पर आरोप लगा रही थी। घटना के वायरल होने के बाद जब जैलश देवी से बात की गई तो उसका कहना था कि भूत चोरी का केस मैंने किया ही नहीं। नंदलाल सहनी ने भूत चोरी की अफवाह फैला दी, लेकिन कैमरे के पीछे हामी भर दी। वहीं, थानाध्यक्ष राजपत कुमार का कहना है कि ऐसा कोई केस उनके संज्ञान में नहीं है।
कहा-वकील ने
यह अजीब केस था। अस्तित्व विहीन बातों को लेकर दोनों पक्ष मुकदमा लड़ रहे थे। दोनों की काउंसिलिंग की गई तो सुलह करने को राजी हो गए।
प्रियरंजन अनु
दोनों पक्षों में सुलहनामा तैयार करने वाले अधिवक्ता