मुजफ्फरपुर : पारू के दियारा में पकड़ाई शराब फैक्ट्री, बंकर में मिली 10 हजार लीटर शराब
पारू के कलम चार आना डुमरी ग्यासपुर दियारा के बंकर से भारी मात्रा में शराब बरामद। फंदा गांव के संदीप सिंह व उसके सहयोगी की थी शराब फैक्ट्री।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पारू थाने के कलम चार आना डुमरी गयासपुर-सरमस्तपुर दियारा से पुलिस टीम ने शराब फैक्ट्री पकड़ी। फैक्ट्री के निकट ही एक बंकर भी बनाया गया था जिसमें शराब व उसे बनाने से संबंधित सामान छुपा कर रखा गया था। यहां से 10 हजार लीटर से अधिक शराब, खाली बोतलें, रैपर, पैकिंग मशीन, नकली सरकारी थ्री डी सील ढक्कन, सप्लाई के लिए सीलबंद बोतलों में भरी लगभग 10 हजार लीटर शराब बरामद की गई।
सरैया एसडीपीओ शंकर कुमार झा के नेतृत्व में आधा दर्जन थानों की पुलिस संयुक्त टीम ने छापेमारी में यह सफलता मिली है। पुलिस ने शराब फैक्ट्री के संचालन में शामिल सरमस्तपुर के हीरा राय को हिरासत में लिया है। वह फैक्ट्री का चौकीदार बताया जा रहा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ।
दियारा की घेराबंदी कर पुलिस की चली कार्रवाई
शुक्रवार की शाम शाम देवरिया, पारू, सरैया, साहेबगंज समेत आधा दर्जन थानों के पुलिस पदाधिकारियों व सशस्त्र जवानों ने ग्यासपुर डुमरी, चिंतामनपुर सीमा की घेराबंदी की। इस क्रम में कुछ लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इन्हीं लोगों से मिली सूचना के आधार पर शराब छुपाने वाले बंकर जानकारी मिली। इसके बाद शराब फैक्ट्री के स्थल तक पुलिस पहुंची।
जेसीबी से 10 घंटे की खोदाई के बाद खाली कराया गया बंकर
देर रात बंकर वाले चिन्हित स्थल की जेसीबी से खोदाई शुरू कराई गई। यह खोदाई लगभग 10 घंटे तक चली। बंकर में शराब का जखीरा जमा कर रखा गया था। इससे बंकर को खाली कराने में 10 घंटे से अधिक समय लगा। ट्रैक्टर से स्प्रिट का ड्राम अन्य वाहनों पर शराब का कार्टन पैक शराब की बोतलें थाने पर लाई गईं।
फंदा गांव के संदीप की है फैक्ट्री
पुलिस जांच में पता चला कि यह शराब फैक्ट्री फंदा गांव के संदीप सिंह व उसकी सहयोगियों की है। वह शराब के धंधे का बड़ा खिलाड़ी है। वर्ष 2016 में शराब भरे कंटेनर को जला दिया गया था। वर्ष 2017 में वैशाली में चौकीदार हत्याकांड में उसकी संलिप्तता सामने आई थी। चौकीदार ने उसके भाई संजीव सिंह की शराब की खेप पकड़ ली थी। तब उसकी हत्या कर दी गई थी। पिछले साल पटना के एक होटल में आर्थिक अपराध इकाई की टीम की छापेमारी में 60 लाख रुपये बरामद हुआ था। यह रुपये भी संदीप व उसके सिंडिकेट के थे। सरैया थाना में उसके खिलाफ आधा दर्जन मुकदमा दर्ज है। पुलिस को इस शराब फैक्ट्री में फंडिंग करने वाले एक बड़ी व्यवसायी का पता चला है जिसकी भी जांच की जा रही है।
आठ वर्ष पहले भी यहां शुरू हुआ था शराब बनाने का धंधा
इस दियारा क्षेत्र में शराब का धंधा आठ साल पुराना है। वर्ष 2010 में एक धंधेबाज ने मुफीद समझ कर यहां शराब फैक्ट्री खोली थी। जब सरमस्तपुर गांव में दो पक्षों के बीच आपसी विवाद में हत्या की घटना घटित हुई थी। इस हत्याकांड के अनुसंधान के लिए पहुंची पुलिस को फैक्ट्री का पता चला था। छापेमारी के दौरान शराब की फैक्ट्री को पुलिस ने ध्वस्त कर दिया और झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया।
बरामद हुई आठ हजार लीटर कच्ची स्प्रिट
सरमस्तपुर और ग्यासपुर गांव के गंडक नदी के दियारा क्षेत्र में 24 घंटे से लगातार चली छापेमारी में आठ हजार लीटर कच्चा स्प्रिट भी बरामद की गई। विभिन्न कंपनी कीलेबल लगी 2000 हजार लीटर शराब के साथ 1000 खाली बोतलें की गिनती की गई है। इसमें कच्चा स्प्रिट के 200 लीटर वाला 40 ड्राम यानी 8000 हजार लीटर। वही तैयार शराब इम्पोरियम ब्लू के 375 एमएल की 800 बोतल यानी 363 लीटर, रॉयल स्टैग के 750 एमएल की 15 बोतल यानी 11. 250 लीटर, इसी ब्रांड का 375एमएल की 264 बोतल यानी 99 लीटर, 180 एमएल की 1485 बोतल यानी 268 लीटर, स्पेशल पार्टी के 180 एमएल की 3529 बोतल यानी 636 लीटर, करेजी रोमियो के 180 एमएल की 363 बोतल यानी 66 लीटर शराब बरामद की गई।
छापेमारी में शामिल थे ये अधिकारी
छापेमारी में उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु, पारू थानाध्यक्ष श्रीचरण राम, दारोगा मो. रुस्तम, वीएस पाठक के साथ देवरिया, जैतपुर व करजा थानाध्यक्ष शामिल थे।
सरैया एसडीपीओ शंकर झा ने कहा कि फैक्ट्री का मालिक फंदा गांव का संदीप सिंह व उसका साथी है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी चल रही है।