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मोतीपुर में बन सकता अनुमंडल पश्चिमी का व्यवहार न्यायालय

डीसीएलआर पश्चिमी ने भेजी अनुशंसा, सतत लीज पर 17 लोगों की ली जानी है जमीन।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 10:48 PM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 09:15 AM (IST)
मोतीपुर में बन सकता अनुमंडल पश्चिमी का व्यवहार न्यायालय
मोतीपुर में बन सकता अनुमंडल पश्चिमी का व्यवहार न्यायालय

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अनुमंडल पश्चिमी का व्यवहार न्यायालय मोतीपुर में खोला जा सकता है। इसे लेकर फोरलेन के बगल में साढ़े पांच एकड़ जमीन का चयन किया गया है। मोतीपुर के सीओ के प्रस्ताव पर डीसीएलआर पश्चिमी ने डीएलएमसी (जिला स्तरीय मॉनीटरिंग कमेटी) के सचिव को अनुशंसा के लिए भेजा है। जमीन के लिए रैयतों से सहमति बन गई है।

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 मालूम हो कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश की पहल के बाद अनुमंडल पश्चिमी व्यवहार न्यायालय के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके लिए कांटी के कोल्हुआ का भी प्रस्ताव था। अब मोतीपुर का प्रस्ताव आने से व्यवहार न्यायालय के यहीं निर्माण की संभावना बढ़ गई है। मोतीपुर का चयन इसलिए भी किया जा रहा क्योंकि पश्चिमी अनुमंडल के प्रखंडों की दूरी कांटी के कोल्हुआ से कम होगी। वहीं पश्चिमी अनुमंडल का कार्यालय भी यहां आने की संभावना है।

आवासीय किस्म पर बनी है सहमति

सीओ द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में सतत लीज के लिए आवासीय किस्म पर रैयतों से सहमति बनी है। इसके अनुसार कुल 17 खेसरा की जमीन ली जानी है। वर्तमान में इसकी किस्म भीठ व धनहर है। प्रति डिसमिल 17,500 रुपये की दर से इसका अनुमानित मूल्य 96 लाख 25 हजार रुपये है। जबकि सहमति आवासीय किस्म पर होने से अनुमानित मूल्य एक करोड़ 98 लाख रुपये हो जाएगा। सतत लीज पर जमीन लिए जाने से अगर चार गुना मुआवजा दिया जाएगा तो यह राशि सात करोड़ 92 लाख रुपये होगी। कभी चीनी मिल के लिए मशहूर रहे मोतीपुर में पश्चिमी व्यवहार न्यायालय के बनने से क्षेत्र का विकास होगा। 


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