पश्चिम चंपारण बरकरार रहेगी कनकनी, प्रभावित हो सकती सब्जी की खेती
West Champaran News न्यू ईयर की शुरूआत होते ही मौसम में भी अचानक बदलाव दिखने लगा है। न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना हवा की बेग 7.4 से 7.6 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है ।
बेतिया (पश्चिम चंपारण), जासं। विगत कुछ दिनों से जारी ठंड से अभी राहत मिलने की संभावना नहीं है। अगले कुछ दिनों तक कनकनी बरकरार रहेगी, न्यूनतम तापमान में भी गिरावट की संभावना जताई जा रही है। पछुआ हवा के कारण घना कुहासा भी रहेगा। आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। कृषि विज्ञान केंद्र माधोपुर के कृषि वैज्ञानिक डॉ धीरू तिवारी ने बताया कि 5 जनवरी तक न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 6 जनवरी को न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होगी। इस दिन न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि 3 से 6 जनवरी तक अधिकतम तापमान 21 से 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। अगले 2 दिनों तक हवा की रफ्तार 9 किलोमीटर प्रति घंटे बहेगी। जबकि इसके बाद हवा के बेग में थोड़ी कमी आएगी। हवा की बेग 7.4 से 7.6 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है। 3 जनवरी को 9 किलोमीटर प्रति घंटे, 4 जनवरी को 9.3 किलोमीटर प्रति घंटे, 5 जनवरी को 7.4 किलोमीटर प्रति घंटे और 6 जनवरी को 7.6 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा बहेगी।
कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोग
जिले में अभी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रविवार को भी ठंड का कहर जारी रहा। घना कोहरा और आसमान में हल्के बादल के कारण सूर्य के दर्शन नहीं हुए। ठंड के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हो गए। सड़कों पर आवाजाही में भी कमी रही। ग्रामीण इलाकों में लोग अलाउड आपको ठंड से बचने की कोशिश करते रहे।
सब्जी व आलू के फसलों पर ठंड का प्रभाव
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि ठंड का बहुत ज्यादा असर गेहूं के फसल पर नहीं पड़ेगा। लेकिन सब्जी, आलू, तिलहन के फसल पर इसका प्रभाव पड़ेगा। आलू को ठंड से बचाने के लिए हल्की सिंचाई किया जा सकता है। सब्जी की फसलों और सरसों को लाही से बचाने के लिए कीटनाशक दवा का प्रयोग उपयोगी साबित होगा।
अगले कुछ दिनों तक मौसम की स्थिति
तारीख - अधिकतम-न्यूनतम तापमान (सेल्सियस में)
3 जनवरी - 21--8
4 जनवरी - 22--7
5 जनवरी - 23--8
6 जनवरी- 23--11
--अगले तीन-चार दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली परिवर्तन होगा। गेहूं की फसल पर ठंड का खास असर नहीं पड़ेगा। लेकिन सब्जी की फसलें इससे प्रभावित होगी। हल्की सिंचाई और कीटनाशक दवा का प्रयोग सब्जियों की फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। -
डॉ धीरू तिवारी, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, माधोपुर।