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विकास की राह में नाली ने अटकाया रोड़ा, जलजमाव से लोगों को हो रही परेशानी

वार्ड संख्या एक में जल निकासी के लिए नालियों के निर्माण की दरकार। गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर कर रही कालीघाट मोहल्ले की बड़ी आबादी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 05:50 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 07:55 AM (IST)
विकास की राह में नाली ने अटकाया रोड़ा, जलजमाव से लोगों को हो रही परेशानी
विकास की राह में नाली ने अटकाया रोड़ा, जलजमाव से लोगों को हो रही परेशानी

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। पश्चिम चंपारण के बगहा नगर परिषद अंतर्गत वार्ड संख्या एक की कई सड़कें पक्की हो चूकी हैं। लेकिन कुछ की स्थिति नारकीय है। मुहल्ले में नालियां भी नहीं दिखती हैं। मुख्य सड़क एनएच 727 के किनारे नाली निर्माण हुआ है। लेकिन पक्के नाले से उसका जुड़ाव नहीं है। वार्ड के लोग जलजमाव की समस्या से त्रस्त हैं। वार्ड में कहीं भी स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी हैं। वार्ड पार्षद द्वारा साफ सफाई समय समय पर कराई जाती है। वार्ड का कालीघाट माेहल्ले की बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करती है।

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    मलकौली मोहल्ले के समीप एक सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। लेकिन यहां नाली का निर्माण नहीं हो सका। विधायक निधि से वार्ड में चार चापाकल लगाए गए हैं। दो साल से वार्ड में फागिंग मशीन से मच्छर निरोधक दवा का छिड़काव किया जाता है। इधर दो माह से छिड़काव नहीं होने से मच्छरों का तांडव चरम पर है। रेलवे लाइन के किनारे बसे दर्जनों परिवारों को अब तक पक्का आवास नसीब नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत वार्ड से मात्र दस परिवारों का ही चयन किया गया है। अन्य परिवार इससे वंचित हैं।

नहीं होती नालियों की नियमित सफाई

वार्डवासियों ने वार्ड की समस्याओं को गिनाया। ओमप्रकाश साह ने कहा कि नाली की नियमित साफ सफाई नहीं होती है। कूड़ा आदि भी प्रति दिन नहीं उठता है। गंदगी से मच्छरों का आतंक चरम पर है। पूर्व में मच्छर निरोधक दवा का छिड़काव होता था। दो माह से छिड़काव बंद है। मोहल्ले में पूर्व में नाली निर्माण हुआ, लेकिन निकासी की व्यवस्था नहीं होने से पानी जमा होने की परेशानी होती है।

   जय प्रकाश बारी ने कहा कि शहर में होने के बाद भी वार्ड में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है। एक प्राथमिक विद्यालय खुला, जो भूमि के अभाव में समायोजित हो गया। मोहल्ले की प्रमुख समस्या जलजमाव की है। हल्की बारिश के बाद भी यहां सड़कों पर पानी जमा हो जाता है। कालीघाट मोहल्ले के लोगों को सबसे अधिक समस्या झेलनी पड़ती है। 

   पूर्व पार्षद मानती देवी ने कहा कि आज भी कालीघाट मोहल्ले समेत दलित बस्ती की सड़कों का हाल बेहाल है। बरसात में सड़क पर ही पानी बहता है। नाली का निर्माण नहीं हुआ है। पूर्व में बनी नाली जल निकासी की व्यवस्था के अभाव में बेकार सिद्ध हो रही है। शौचालय से आज भी कई परिवार वंचित हैं। इसके साथ ही स्ट्रीट लाइटें अब तक नहीं लगी है। विकास के लिए और काम करना होगा। मेरे कार्यकाल में 1250 फीट सड़क का पक्कीकरण हुआ था। कुल 80 घरों में शौचालय बने थे।

   150 फीट ईंट सोलिंग भी हुई। वार्ड पार्षद रामचंद्र प्रसाद ने कहा मेरे कार्यकाल में ऐतिहासिक ब्रह्म स्थान पर दो पक्के शेड का निर्माण कराया गया। शायरी माई स्थान के पास एक चबूतरे का निर्माण हुआ है। एक हजार फीट पीसीसी सड़क निर्माण के साथ विधायक निधि से चापाकल लगाए गए हैं। 10 परिवार को पक्के आवास का वर्क आर्डर मिल गया है। रेलवे के किनारे बसे परिवारों के लिए आवास और शौचालय का प्रस्ताव भेजा गया है। बिजली के लिए पोल और तार हेतु कई बार विभागीय पदाधिकारियों को लिखा गया है। मैं वार्ड के विकास के लिए संकल्पित हूं।


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