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बिना आउटलेट नालों की उड़ाही में दम लगा रहा निगम Muzaffarpur News

नालों की उड़ाही के बावजूद जलजमाव से नहीं मिलेगी मुक्ति। शहर का पानी बाहर निकालने में ज्यादातर आउटलेट असक्षम। जलजमाव के प्रमुख कारणों पर निगम का ध्यान नहीं है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 03:07 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 03:07 PM (IST)
बिना आउटलेट नालों की उड़ाही में दम लगा रहा निगम Muzaffarpur News
बिना आउटलेट नालों की उड़ाही में दम लगा रहा निगम Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर की छोटी-बड़ी नालियों की उड़ाही में निगम दम लगा रहा है। बावजूद इस बरसात शहरवासियों को जलजमाव की पीड़ा से मुक्ति नहीं मिलने वाली। हल्की बारिश होने पर जिस तरह से शहर में जलजमाव हुआ, वह इस बात का प्रमाण है। लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी हो या फिर बारिश का पानी, शहर से बाहर निकालने में आउटलेट सक्षम नहीं हैं। ऐसे में अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद के नेतृत्व में दिन-रात चल रही नालों की उड़ाही का लाभ शायद ही शहरवासियों को मिल पाएगा। हालांकि निगम प्रशासन यह दावा कर रहा है कि जिस तरह से नालियों की उड़ाही की गई है जलजमाव नहीं होगा।

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जलजमाव के कारणों की अनदेखी कर रहा निगम

शहर में हर साल होने वाले जलजमाव के पांच प्रमुख कारण हैं। इनपर निगम का ध्यान नहीं है। समस्या से निजात के कारणों की ओर ध्यान न देकर निगम उड़ाही में व्यस्त है। शहर के पूर्वी भाग के दस वार्डो यथा वार्ड नंबर 25, 34, 35, 36, 37, 38, 39, 47, 48 एवं 49 से जल निकासी बेला स्थित बियाडा भाया धिरनपट्टी दिघरा मन में की जाती है। लेकिन मिठनपुरा चौक से बियाडा होते हुए दिघरा तक कोई सुगम नाला नहीं है। इस कारण उक्त वार्डो में जलजमाव बना रहता है।

   शहर के उत्तरी क्षेत्र के वार्डो यथा, वार्ड 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18 एवं 45 में जलजमाव बना रहता है। जल निकासी के लिए बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बांध पर चार स्लूइस गेट बने हुए हैं लेकिन सहजता से पानी नहीं निकल पाता है। कारण नाला को अतिक्रमित कर उसके बहाव को बाधित कर दिया गया है। शहर के फरदो नाला एवं शहर से सटे पंचायत के बड़े नालों की सफाई के संबंध में वस्तुस्थिति यह है कि फरदो नाला शहर के बीचो-बीच निकला है जो खबड़ा पंचायत होते हुए फरदो नदी में जाता है।

   नाला की चौराई 20 फीट एवं गहराई 15 फीट है। इसकी सतह तक की सफाई लगभग 15 वर्षो सें नहीं हो पाई है। इसके कारण शहर के बीच के वार्डो यथा वार्ड 11, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28 एवं 29 में जलजमाव की समस्या बनी रहती है। शहर के पश्चिमी भाग का पानी दामोदरपुर रेल गुमटी होते हुए दामोदरपुर पंचायत के रास्ते बाहर निकलता है। लेकिन ग्रामीणों ने शहर का पानी पंचायत होकर निकलने पर रोक लगा दी है। इससे वार्ड नंबर दो एवं पांच का अधिकांश क्षेत्र विशेषकर संजय सिनेमा एवं राहुल नगर में भारी जलजमाव बना रहता है।

   शहर के बीचो-बीच रेलवे टै्रक गुजरा है। ट्रैक की चौराई लगभग 200 फीट है। ट्रैक के नीचे से होकर गुजरने वाले संकीर्ण नाला से शहर के उत्तरी भाग का पानी दक्षिण की तरफ जाता है। लेकिन सुरक्षा कारणों से पिछले दो दशक से टै्रक के नीचे बने नाला की उड़ाही नहीं हो पाई है जिससे शहर के उत्तर भाग का पानी नहीं निकल पाता और वहां भारी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

तेंजी से की जा ही नालों की उड़ाही

अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने कहा कि शहर की अधिकांश छोटी-बड़ी नालियों की उड़ाही की गई है। शेष की भी उड़ाही तेजी से की जा रही है। आउटलेट को भी खोला जाएगा।


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