उत्तर बिहार की नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी, पंद्रह की मौत Muzaffarpur News
दरभंगा में नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी। सीतामढ़ी में बागमती और अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में कमी। गंडक और सिकरहना की बाढ़ में कमी से घरों को लौटने लगे लोग।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उत्तर बिहार में सोमवार को नदियों के जलस्तर में उतार -चढ़ाव जारी रहा। कई स्थानों पर बाढ़ का पानी घटने के बाद भी परेशानी बनी हुई। दरभंगा में नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का संकट बरकरार है। इस बीच नदियों में डूबने से तेरह लोगों के मरने की खबर है। जबकि, दो लापता हैं। मृतकों में पश्चिम चंपारण के एक, पूर्वी चंपारण के दो, मधुबनी और समस्तीपुर के तीन-तीन, दरभंगा के चार और मुजफ्फरपुर के दो लोग शामिल हैं। वहीं, लापता लोगों में पूर्वी चंपारण और मधुबनी के एक -एक लोग हैं। इनकी तलाश जारी थी।
उधर, पश्चिम चंपारण में कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई। इससे वनवर्ती खेतों में पानी फैल गया है। वहीं, पूर्वी चंपारण में गंडक, सिकरहना समेत अन्य नदियों का जलस्तर कम होने के साथ आम जनजीवन सामान्य होने लगा है। लोग ऊंचे स्थानों से अपने घर लौटने लगे हैं। प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्यों में तेजी आई है। समस्तीपुर जिले के उजियारपुर प्रखंड क्षेत्र में 150 से अधिक परिवारों के घर में गंडक का पानी घुस गया है। पीडि़त परिवारों ने बांध पर बसेरा बनाना शुरू कर दिया है।
सीतामढ़ी में बागमती और अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में कमी आई है। कई इलाकों में बाढ़ का पानी उतर गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंङ्क्षसग के जरिए डीएम ने सभी बीडीओ को पीडि़तों तक राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है। सीएम के निर्देश के आलोक में टोल प्लाजा में चल रहे राहत शिविर को अथरी और मननपुर स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है। हालांकि, रुन्नीसैदपुर और बोखड़ा में अभी बाढ़ से परेशानी जारी है। सड़क और पुल ध्वस्त रहने से आवागमन सामान्य नहीं हो पाया है। इन इलाकों में नाव ही सहारा है।
दरभंगा के सदर प्रखंड की पांच पंचायतों एवं कुशेश्वरस्थान की 14 पंचायतों में अधवारा समूह, बागमती एवं कमला बलान नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। जबकि बहादुरपुर समेत शेष 13 प्रखंडों में नदियों के जलस्तर में कमी आई है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 8, 9 एवं 30 के निचले इलाकों में स्लुइस गेट से रिसाव की वजह से पानी आने का क्रम जारी है। हालांकि, जलस्तर में वृद्धि नहीं हुई है। इस बीच जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम के आदेश पर सामुदायिक रसोई के संचालन में कोताही बरतने को लेकर पांच एचएम को निलंबित कर दिया गया है।
मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इससे मीनापुर रघई घाट, सिकंदरपुर, छोटी कोठिया, शहर पर दबाव बना है। कटरा-औराई व गायघाट प्रखंडों में लखनदेई नदी का जलस्तर बढऩे से मुसीबत कम नहीं हो रही है। दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग है।