Flood in Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में गिरावट, सामुदायिक किचेन को लेकर हंगामा
Flood in Muzaffarpur मंगलवार की सुबह बूढ़ी गंडक नदी का सिकंदरपुर में जलस्तर डेंजर लेबल 52.53 से 16 सेमी अधिक 52.69 मीटर दर्ज किया गया।जबकि गंडक का जलस्तर स्थिर हैं ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पिछले 12 घंटे के भीतर बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में 12 सेमी की गिरावट आई है। वहीं जलस्तर खतरे के निशान के करीब आ गया है। इससे अब शहर पर छाए बाढ़ का संकट काफी हद तक टल गया है। मंगलवार की सुबह बूढ़ी गंडक नदी का सिकंदरपुर में जलस्तर डेंजर लेबल 52.53 से 16 सेमी अधिक 52.69 मीटर दर्ज किया गया। उधर, बागमती और लखनदेई नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जबकि गंडक का जलस्तर स्थिर हैं । मुरौल के दलौल घाट में बूढ़ी गंडक नदी के खतरे के निशान से डेढ़ मीटर उपर बहने के चलते मुरौल और सकरा के इलाकों में बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है।
सामुदायिक किचेन को लेकर एनएच 57 पर उतरे बाढ़ पीड़ित
सामुदायिक किचेन की व्यवस्था से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने मंगलवार को अहियापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 57 पर कुछ समय के लिए आक्रोश जताना शुरू किया। बाढ़ पीड़ित सड़क जाम कर प्रदर्शन करने की तैयारी में थे, इसी बीच मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने समस्या का समाधान करा दिया। एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने सड़क जाम किए जाने की बात से इंकार किया है। कहा हैं कि जाम की सूचना के बाद अहियापुर थानाध्यक्ष और मुशहरी सीओ को मौके पर भेजा गया था। जहां सामुदायिक किचेन से संबंधित पीड़ितों की शिकायत मिली। इसका समाधान करा दिया गया है।