पश्चिम चंपारण में मतदाता सूची देखकर हैरान ग्रामीण, दूसरे वार्डो में पहुंच गए उनके नाम
पश्चिम चंपारण में पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीण काफी जागरूक हैं। अभी से मतदाता सूची देखने लगे हैं। वहीं कुछ जगहों पर गड़बड़ी भी सामने आई है। अपने वार्ड में प्रत्याशी को चुनने से वंचित होने वाले मतदाताओं में आक्रोश।
पश्चिम चंपारण जासं। पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची सामने आते हीं कई मतदाताओं में निराशा अब नाराजगी का माहौल बन गया है। जब दूसरे वार्डों के अभ्यर्थी मतदाता सूची लेकर उनके पास वोट मांगने पहुंच रहे हैं, तब उन्हें पता चल रहा कि अपने वार्ड में प्रत्याशियों को चुनने का अवसर हीं खत्म हो गया है। जिले के नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्र की 27 पंचायतों में हो रहे चुनाव को देखते हुए चेगौना पंचायत अंतर्गत आठ वार्डों वाले मल्दहिया पोखरिया गांव के लोगों में इस गड़बड़ी को लेकर नाराजगी है। यहां प्रत्येक वार्ड के कुछ ना कुछ मतदाताओं के नाम दूसरे वार्ड की मतदाता सूची में शामिल कर दिया गया है। उनका कहना है कि मतदाता सूची के विखंडीकरण में काफी गड़बड़ी की गई है। ऐसे नाराज मतदाता शंभू महतो, राजेश साह, रमन राम, रंजीत साह, पूनम देवी, खालिद, फैयाज आलम, लालचुन्नी देवी, दीप यादव, रफीक मियां, सकीना खातून, इरफान हुसैन, शबनम खातून, औरंगजेब अंसारी, अरमान अंसारी, पन्नालाल साह, मनीष कुमार आदि काफी संख्या में मतदाताओं के नाम उनके अपने वार्ड से गायब कर दूसरे वार्ड की मतदाता सूची में शामिल कर दिए गए हैं।
दो से चार दर्जन मतदाताओं के बदल गए वार्ड
ग्रामीणों का कहना है कि वार्ड सदस्य एवं कर्मियों की मिलीभगत से वैसे मतदाताओं का नाम जोड़ दिया गया है जो संबंधित वार्ड के हैं ही नहीं। वोटर लिस्ट में एक दो लोगों का नाम अन्य वार्ड में रहता तो बात समझ में आती। लेकिन यहां प्रत्येक वार्ड में दो से चार दर्जन लोगों का नाम दूसरे वार्ड में जोड़ दिया गया है। कई नाराज मतदाताओं का कहना है कि मुखिया और पंचायत में कार्यरत कर्मियों की बड़ी नजदीकी होती है और वार्ड सदस्य मुखिया के नजदीक होते हैं। इस मेल में अपने विरोधी लोगों को दूसरे वार्ड की सूची में जोड़े जाने की साजिश की गई है।
हमेशा गांव में रहने वाले मतदाताओं के साथ भी यह गड़बड़ी
वैसे ग्रामीणों में आश्चर्य इस बात को लेकर भी है कि मतदाता सूची के विखंडीकरण के समय जो परिवार जीवन यापन करने के लिए किसी दूसरे राज्य में मजदूरी करने के लिए गए हुआ था, उन लोगों के नाम जोड़ने में कम गड़बड़ी हुई है। सबसे अधिक वैसे मतदाताओं के नाम दूसरे वार्ड में चले गए हैं जो उस समय भी गांव में ही थे और आज भी गांव में ही हैं। कई मतदाताओं ने तो यह भी बताया एक ही परिवार में पिता को अपने वार्ड में और बेटे को दूसरे वार्ड की मतदाता सूची में शामिल कर दिया गया है।
निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ सतीश कुमार ने बताया कि दावा-आपत्ति के समय ऐसे मतदाताओं को अपनी आपत्ति दर्ज करानी जानी चाहिए। उन लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई। सूची को पंचायत के भवनों में लगाया गया था।