ग्रामीणों का संगठन की शक्ति में भरोसा, गांव बचाने के लिए श्रमदान से बनाएंगे बांध
श्रमदान अभियान को लेकर कोल्लुआ पैगंबरपुर मिठनसराय माधोपुर विकास समिति के संयोजक अधिवक्ता अरुण पांडे की देखरेख में बैठक का आयोजन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मानसून के दस्तक से पहले गांव बचाने की चिंता को लेकर श्रमदान से बांध बनाएंगे ग्रामीण। श्रमदान अभियान को लेकर कोल्लुआ पैगंबरपुर मिठनसराय, माधोपुर विकास समिति के संयोजक अधिवक्ता अरुण पांडे के देखरेख में बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में तय हुआ कि पूर्व में आयोजित महापंचायत के फैसले के मुताबिक विषहर स्थान के पास टेनी बांध की मिनी धारा को श्रम दान से बांधा जाएगा। बुधवार को सुबह-सुबह श्रमदान अभियान का श्री गणेश होगा। सदातपुर मुखिया अनिल चौबे कुदाल चलाकर व ठोकरी उठाकर श्रमदान शुरू करेेंगे। पूरे इलाके के विभिन्न समाजिक, राजनीतिक संगठन के प्रतिनिधि भी जुटेंगे तथा ग्रामीणों का साथ देंगे।
हर साल जान-मान का नुकसान
बूढ़ी गंडक नदी किनारे बसे लस्करीपुर, सदातपुर, पैगम्बरपुर कोल्हुआ पंचायतों की करीब बीस हजार की आबादी बाढ़ से हर साल प्रभावित होती है। ग्रामीण गुडू सहनी ने बताया कि संगम घाट के पास ढेनी बांध से निकली मिनी धार के कारण हर साल बाढ़ से तबाही होती है। जान-माल का नुकसान होता है। बरसात के समय अगर कोई गांव में बीमार हो गया तो उसको इलाज के लिए गांव से निकलना मुश्किल हो जाता है। छत पर, बांध पर या फिर फोर लेन पर जान जोखिम में डालकर रहना पड़ता है। इसलिए इस बार सारे ग्रामीण श्रम दान कर मिनी बांध को बांध कर अपने गांव की रक्षा करेंगे।
बदल न जाए नदी की धारा
वार्ड सदस्य समोध राम ने बताया कि अभी तीन साल से मिनी धार है। अगर इसको नहीं रोका गया तो आने वाले दिन में यह मुख्यधारा न बन जाए। अगर ऐसा हुआ तो मिठनसराय-माधोपुर के साथ मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलवे लाइन व फोर लेन के अस्त्वि पर खतरा होगा। टूटने का भय रहेगा। उसके बाद बैरिया इलाके में भी बड़ी तबाही होगी।
इनकी रही भागीदारी
विकास समिति की ओर से आयोजित बैठक में सादातपुर मुखिया अनिल कुमार चौबे, डॉ. के एम चौबे, कामलेशकान्त गिरी बाबा, अधिवक्ता अरुण कुमार पांडेय, मनोज लाल श्रीवास्तव, अम्बेश तिवारी, दिलीप राम, गुड्डू सहनी, लक्मन सहनी, अली अंसारी, मोती सिंह, गोपाल सिंह, आफताब, प्रदीप सहनी समेत कई ग्रामीण मुख्य रूप से शामिल हुए।