घोटाला के आरोपित जदयू के बड़े नेता वीरेंद्र यादव के खिलाफ निगरानी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की
यह मामला जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा से संबद्ध देवराहा बाबा डिग्री कालेज से जुड़ा हुआ है। सत्र 2012-15 के स्नातक छात्रों के पंजीयन के मामले में छात्र कल्याण विभाग के अध्यक्ष (डीएसडब्ल्यू) रहते हुए वीरेंद्र यादव ने स्वीकृत सीट से दोगुने छात्रों का पंजीयन करा दिया था।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। पंजीयन घोटाला के आरोपित जदयू एमएलसी वीरेंद्र यादव सहित पांच के विरुद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने विशेष न्यायालय (निगरानी) में चार्जशीट दाखिल की है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा से संबद्ध देवराहा बाबा डिग्री कालेज में सत्र 2012-15 के स्नातक छात्रों के पंजीयन के मामले में उनपर घोटाले का आरोप है। उस समय वह विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग के अध्यक्ष (डीएसडब्ल्यू) थे। विश्वविद्यालय में इस पद पर रहते हुए उनपर स्वीकृत सीट से दोगुने छात्रों का पंजीयन करने और उससे अधिक संख्या में छात्रों को परीक्षा में शामिल कराने का आरोप है।
यह है मामला
मामला सत्र 2012-15 के स्नातक के छात्रों के पंजीयन से जुड़ा हुआ है। इस सत्र में स्नातक की पढ़ाई के लिए देवराहा बाबा डिग्री कालेज मे छात्रों के नामांकन के लिए 678 सीटें स्वीकृत की गई थीं। आरोप है कि डीएसडब्ल्यू वीरेंद्र यादव की देखरेख में 1723 छात्रों का पंजीयन कर दिया गया। उस सत्र में कुल 2370 छात्रों ने परीक्षा दी। इसमें सैकड़ों छात्र अवैध रूप से शामिल कराए गए थे। मामला सामने आने पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने वर्ष 2017 में मामला दर्ज किया था। शुरू में इसकी जांच में ब्यूरो ने सुस्ती दिखाई। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद जांच में तेजी आई। हाईकोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए ब्यूरो ने एमएलसी व अन्य के विरुद्ध विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।