मुजफ्फरपुर में पकड़ा गया शातिर चोर, पूछताछ में मिले कई अहम सुराग
Muzaffarpur crime रेल क्षेत्र में 10 साल से चोरी की घटना को दे रहा था अंजाम। एसएसआर की बोगी से तीसरी बार कपड़े का गठिया किया था चोरी। पिछले साल 29 सितंबर को करीब एक लाख रुपये के कपड़े का गठिया बरामद होने के बाद आया था इसका नाम।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। रेल क्षेत्र में चोरी करने वाला पकड़ा गया शातिर कुणाल साह से पूछताछ में आरपीएफ को काफी कुछ अहम जानकारी मिली है। वह दस साल से रेल क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। मुजफ्फरपुर-भागलपुर इंटरसिटी ट्रेन में तीन बार कपड़े की गठिया चोरी होने पर इसके बारे पता चला था। दो बार तो वह हजारों रुपये के कपड़े का गठिया चोरी कर लिया। जिसका पता पूर्व के आरपीएफ इंस्पेक्टर को नहीं चल सका। पिछले साल 29 सितंबर को जब सहयोगियों के साथ चोरी की घटना को अंजाम दिया। उस वक्त मुन्ना नाम का बदमाश पकड़ा गया।
आमगोला पुल के नीचे झाड़ी से करीब एक लाख के कपड़े का गठिया बरामद किया गया। उसके बाद ट्रेन के पार्सल बोगी से हो रही लगातार चोरी का मामला पकड़ में आया। मुन्ना की गिरफ्तारी के बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर पीएस दुबे इसके बारे में पता करने लगे तो भनक लगते ही वह दिल्ली भाग निकला। अपना मोबाइल बंद कर दूसरा मोबाइल चालू कर लिया। लेकिन इसके अन्य सागिर्दों से इसकी लगातार बात हो रही थी। अपने साथियों से कह रहा था कि वह रक्षा बंधन में जरूर आएगा। इसके बार आरपीएफ की खुफिया टीम इसके पीछे लगी हुई थी। उसके बाद इसको नगर थाना क्षेत्र के बहलखाना रोड से गिरफ्तार कर लिया गया। यह महराजी पोखर का रहने वाला है। इंस्पेक्टर ने बताया कि रेल के अलावा जिले के थानों में भी इस पर चोरी करने का केस है। आरपीएफ में 2013-2014 में भी पार्सल बोगी से सामान चोरी का केस हुआ था।
2019 में आरपीएफ द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जेल भेजा गया। लेकिन यह दो माह जेल में रहने के बाद फिर जमानत पर छूट आया। उसके बाद फिर से चोरी की घटना को अंजाम देने में लग गया। यह नगर थाना क्षेत्र के महराजी पोखर मुहल्ले का रहने वाला है। पूछताछ में उसने अपने अन्य सभी साथियों का नाम बताया है। इसमें कुछ जेल में बंद है। इस गिरोह में गुलशन मल्लिक, बिट्टू भगत, प्रेम कुमार गुप्ता, संजय साह आदि शामिल हैं।