वाल्मीकिनगर-पटना जलमार्ग पर जल्द शुरु होगी यात्रा: सतीश चंद्र दूबे
यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही वाल्मीकिनगर से पटना के बीच गंडक नदी पनिया जहाज चलेगा। लोग जलयात्रा का आनंद ले सकेंगे। वाल्मीकिनगर सांसद सतीशचंद्र दूबे जलपोत मंत्रालय के अधिकारियों के साथ नगर के कैलाशनगर पहुंचे और वहां बने स्टेशन का जायजा लिया।
मुजफ्फरपुर । यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही वाल्मीकिनगर से पटना के बीच गंडक नदी पनिया जहाज चलेगा। लोग जलयात्रा का आनंद ले सकेंगे। वाल्मीकिनगर सांसद सतीशचंद्र दूबे जलपोत मंत्रालय के अधिकारियों के साथ नगर के कैलाशनगर पहुंचे और वहां बने स्टेशन का जायजा लिया। इस दौरान विभागीय अभियंताओं समेत स्थानीय लोग मौजूद थे। सांसद ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र की जनता के लिए बड़ी बात है कि राजधानी पटना की दूरी अब काफी कम हो जाएगी। जलमार्ग से सुलभता से यात्रा कर वे वाल्मीकिनगर से सीधे पटना पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस जलमार्ग पर जल्द ही परिवहन शुरु होगा। कैलाशनगर में प्लेटफार्म का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए स्थल चिन्हित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा कई विकास कार्य कराए जा रहे हैं, जिसका एक बड़ा उदाहरण गंडक नदी से होकर जलयात्रा शुरु होना है। सांसद ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ महीनों में यात्रा शुरु हो जाएगी। उन्होंने प्लेटफार्म के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मौके पर मौजूद अधिकारियों के द्वारा प्लेटफार्म के लिए सर्वे भी किया गया। इस मौके पर उपनिदेशक ए के ¨सह, एओ कृष्णचंद, सर्वेयर आर सी पांडेय, शैलेश शुक्ला वार्ड संख्या 07 के पार्षद प्रतिनिधि नागेंद्र प्रसाद ¨सह समेत कई भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद थे। ट्रेनों की लेटलतीफी भी होगी ठीक
नरकटियागंज-गोरखपुर रेलखंड में ट्रेनों की विलंब से परिचालन को लेकर ग्रामीणों ने सांसद से शिकायत की। सांसद ने कहा कि रेल ट्रैक में अभी काम चल रहा है। शीघ्र ही रेलवे की व्यवस्था भी ठीक हो जाएगी। अभी हाल में ही रेलवे के उच्चाधिकारियों के साथ मेरी मी¨टग हुई थी। 22 सूत्री समस्याओं का एक ज्ञापन मैंने रेल महाप्रबंधक को दिया है। इसमें पश्चिम चंपारण जिले में रेल से संबंधित सारी समस्याओं का निराकरण है। रेल महाप्रबंधक ने मुझे आश्वस्त किया है कि शीघ्र ही इन समस्याओं का समाधान करा देंगे। सुबह में वाल्मीकिनगर से सीधे पटना जाने के लिए एक ट्रेन व शाम को पटना से लौटने के लिए एक ट्रेन चलाने की मांग की गई है। वाल्मीकिनगर से बेतिया तक डीएमयू भी चलाने का प्रस्ताव दिया गया है।