B. R. Ambedkar Bihar University: पीजी में ऑन स्पॉट नामांकन नहीं होने पर नाराज विद्यार्थियों का हंगामा, कुलपति आवास पर प्रदर्शन
B. R. Ambedkar Bihar University कॉमर्स भूगोल समेत कई विभाग खुले ही नहीं नामांकन को पहुंचे थे सैंकड़ों छात्र-छात्राएं। इतिहास विभागाध्यक्ष बोले- हंगामा से नहीं खुला विभाग। इसको लेकर पहले दिन भी कॉमर्स विभाग में हंगामा हुआ था।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में बुधवार को विभिन्न पीजी विभागों में ऑन स्पॉट नामांकन को लेकर हंगामा हुआ। इसके डर से कई विभाग खुले ही नहीं। कॉमर्स, भूगोल, इतिहास, भौतिकी समेत कई विभागों में अफरातफरी मची रही। दरअसल, विवि की ओर से पीजी में बची सीटों पर 20 व 21 अक्टूबर को ऑन स्पॉट नामांकन का आदेश दिया गया था। इसको लेकर पहले दिन भी कॉमर्स विभाग में हंगामा हुआ था। वहीं, दूसरे दिन सुबह से ही कुछ छात्र और स्थानीय युवक नामांकन को लेकर विभाग के बाहर खड़े थे। स्थिति बिगड़ते देख कॉमर्स, भूगोल विभाग को खोला नहीं गया।
इतिहास विभाग में गेट खुलने से पहले ही नामांकन के लिए आपाधापी शुरू हो गई। यह देखकर विभागाध्यक्ष ने नामांकन बंद करने का निर्णय लिया और विभाग को बंद कर दिया। इसके बाद स्थानीय युवकों के उकसाने पर विद्यार्थियों ने इतिहास, कॉमर्स और भौतिकी विभाग में हंगामा किया। पुलिस ने पहुंचकर सभी को शांत कराकर बाहर निकाला। वहीं दोपहर में कुछ स्थानीय युवक और छात्र-छात्राएं कुलपति आवास के बाहर पहुंचे। वहां हंगामा के बाद कुलपति से मुलाकात कर सीट बढ़ाने और सभी छात्रों का नामांकन कराने की बात कही।
ये है मामला
विवि की ओर से पीजी में सीट बढ़ाने और तीसरी मेधा सूची के आधार पर नामांकन के बाद बची सीटों को भरने के लिए ऑन स्पॉट नामांकन शुरू करने का निर्देश दिया गया। इससे पहले तीन बार विवि की ओर से ही केंद्रीकृत मेधा सूची जारी की गई थी। उसी आधार पर पीजी विभागों व कॉलेजों में नामांकन हुआ था। लेकिन, ऑन स्पॉट नामांकन का निर्णय गलत साबित हुआ। क्योंकि, कई विभागों में सीट काफी कम बची थीं। इसपर नामांकन लेने के लिए सैंकड़ों छात्र दावेदारी करने लगे। 20 अक्टूबर को हंगामा होने के बाद विभागों को बंद करा दिया गया और 21 को आने को कहा गया। बुधवार को सुबह से ही छात्रों का पहुंचना शुरू हो गया। कॉमर्स में करीब 10 सीटें बची थीं और उसपर नामांकन के लिए 100 से अधिक दावेदार थे। वहीं, इतिहास में 34 सीटों पर नामांकन को दोगुने से अधिक छात्र पहुंच गए थे।
पैरवी से बिगड़ी स्थिति
नामांकन के लिए जब पहले दिन विभाग खुले तो कई नेताओं और बड़े अधिकारियों का फोन आना शुरू हो गया। इससे नामांकन लेना मुश्किल हो गया। इसी बीच स्थानीय युवक और दूर-दूर से नामांकन को आए विद्यार्थी हंगामा करने लगे।
विभागाध्यक्ष बोले- विवि निकाले मेरिट लिस्ट, इस स्थिति में नामांकन लेना संभव नहीं
दूसरे दिन भी हंगामा के बाद पीजी कॉमर्स विभागाध्यक्ष प्रो.प्रेमानंद और इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो.अजीत कुमार ने कुलपति से बात की। कहा कि विवि को ही बची सीटों पर नामांकन के लिए मेरिट लिस्ट निकालनी होगी। क्योंकि, इस स्थिति में विवि में ऑन स्पॉट नामांकन ले पाना संभव नहीं है। स्थानीय युवक आकर धमकी दे रहे हैं।
कुलपति बोले- बैठक के बाद निर्णय
हंगामा के बाद कुछ छात्र नेताओं ने कुलपति से मुलाकात कर पीजी में सीट बढ़ाने की मांग की है। वहीं बची सीटों पर कैसे नामांकन लेना है। इसको लेकर विवि के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई है। इसमें तय हो जाने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।