BRABU: वेस्ट पदार्थों पर शोध के लिए प्रोजेक्ट तैयार करेगा विश्वविद्यालय, जानिए Muzaffarpur News
यूजीसी के दिशानिर्देश के बाद तीन वर्ष का प्रोजेक्ट होगा फाइनल। तीन स्तर पर प्रोजेक्ट की होगी पड़ताल मानक के अनुरूप होने पर ही मिलेगी स्वीकृति।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय नए क्षेत्रों में शोध, इनोवेशन और वेस्ट पदार्थों से उपयोगी वस्तुओं के निर्माण पर शोध के लिए प्रोजेक्ट तैयार करेगा। यूजीसी ने इसको लेकर विवि और कॉलेजों को पत्र जारी किया है। इसमें खनन मंत्रालय की ओर से विज्ञान और प्रौद्योगिकी योजना के तहत विवि, शोध एवं विकास संस्थानों, तकनीकी संस्थानों और कॉलेजों से थस्र्ट एरिया में शोध के लिए तीन वर्षों के लिए प्रोजेक्ट आमंत्रित किया है।
कहा गया है कि विवि और अन्य संस्थानों की ओर से भेजे गए शोध प्रोजेक्ट को तीन स्तर पर परखने के बाद स्वीकृति दी जाएगी। सबसे पहले संस्थानों की ओर से भेजे जा रहे प्रोजेक्ट को स्क्रूटिनी कमेटी देखेगी। मानक के अनुरूप प्रस्ताव को यहां से स्वीकृति मिलने के बाद प्रजेंटेशन से पहले मूल्यांकन और रिव्यू कमेटी देखेगी। तीसरे स्तर पर स्टैंडिंग साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप की ओर से मान्यता मिलने के बाद प्रोजेस्ट को फाइनल स्वीकृति दी जाएगी। 22 अगस्त तक मंत्रालय में प्रोजेक्ट भेजने की अंतिम तिथि है। प्रोजेक्ट तैयार कर सत्यभामा पोर्टल पर सॉफ्ट कॉपी में अपलोड करना है। विश्वविद्यालय को इसके लिए प्रचार-प्रसार और जागरूकता लाने को कहा गया है।
प्रोजेक्ट से विद्यार्थियों और शिक्षकों को होगा फायदा
इस शोध प्रस्ताव में छात्र-छात्राओं और शोध के क्षेत्र में कार्य कर रहे शिक्षकों को भी शामिल करना है। खनन मंत्रालय की ओर से नए क्षेत्रों में शोध और नए इनोवेटिव आइडिया को विकसित करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है।