बिहार से अलग-अलग देशों में मखाना निर्यात के लिए अनूठी पहल, दरभंगा में टेस्टिंग लैब खोलने की तैयारी
Darbhanga News विदेश व्यापार महानिदेशालय से दरभंगा को एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने की मंजूरी के बाद हो रहा काम। डीएम ने मखाना अनुसंधान केंद्र में गुणवत्ता जांच के लिए लैब स्थापित करने को कृषि विभाग को भेजा प्रस्ताव।
दरभंगा {संजय कुमार उपाध्याय}। मखाने का निर्यात अलग-अलग देशों में करने के लिए प्रशासनिक पहल हुई है। यहां मखाने की गुणवत्ता जांच के लिए राष्ट्रीय परीक्षण और शोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) की स्थापना की तैयारी है। केंद्र सरकार के विदेश व्यापार महानिदेशालय की ओर से दरभंगा को एक्सपोर्ट हब के रूप में चयनित किए जाने के बाद जिलाधिकारी राजीव रौशन ने लैब का इंतजाम कराने की दिशा में पहल की है। इस सिलसिले में राज्य सरकार के कृषि विभाग को पत्र भेजा गया है। जिलाधिकारी ने इसके लिए मखाना अनुसंधान केंद्र को स्थान के रूप में सुझाया है। इसके अतिरिक्त किसी भी उत्पाद को विदेश में निर्यात करने के लिए जरूरी सामंजस्य प्रणाली कोड (हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड : उत्पादों को वर्गीकृत करने के लिए नाम और संख्या का अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण सिस्टम) के लिए भी अनुरोध किया गया है। बताया गया है कि निकट भविष्य में सरकार की ओर से इन योजनाओं पर सहमति मिलने के साथ स्थानीय उत्पादों को दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजने का काम तेजी से होने लगेगा।
नई व्यवस्था से उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
मखायो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भुवन सरावगी का कहना है कि देश में मखाना उत्पादन का 90 प्रतिशत बिहार में होता है। इसमें 25 प्रतिशत हिस्सेदारी दरभंगा की है। यहां करीब पांच हजार हेक्टेयर में इसकी खेती होती है। 16 हजार किसान इससे जुड़े हैं। मखाना निर्यात को बढ़ावा देने में नई व्यवस्था काफी हद तक सक्षम होगी। स्थानीय स्तर पर लैब की व्यवस्था होने से मखाने का निर्यात आसानी से किया जा सकेगा। हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड के मिलने से इसके निर्यात की वास्तविक स्थिति साफ रहेगी। मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जिले में 16 औद्योगिक इकाइयां चल रही हैं। तीन उद्यमियों ने अपनी वेबसाइट बनाई है। इनके जरिये दुनिया भर के लोग मखाना और इससे बने अन्य उत्पाद खरीद रहे हैं।
दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन ने कहा- मखाना व मिथिला पेंटिंग के निर्यात के लिए एक्सपोर्ट एक्शन प्लान पर काम किया जा रहा है। शीघ्र जरूरी चीजों को पूरा कर निर्यात शुरू करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।