East champaran : ट्रेन की चपेट में आने से कोचिंग पढ़ने जा रहीं दो छात्राओं की मौत, जानें कैसे हुई घटना
घने कोहरे के कारण रेलवे ट्रैक पार कर रही छात्राएं सामने से आ रही ट्रेन को नहीं देख सकीं। दोनों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। नरकटियागंज-मुजफ्फफरपुर रेलखंड पर बापूधाम मोतिहारी स्टेशन से थोड़ा आगे बेलीसराय मोहल्ले के पास सोमवार को ट्रेन से कटकर दो छात्राओं की मौत हो गई। दोनों कोङ्क्षचग में पढऩे जा रही थीं। रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आ गई। घने कोहरे के कारण सामने से आ रही ट्रेन को नहीं देख सकी। घटना के बाद दोनों के शïव ट्रैक पर होने के कारण पारिचालन ठप हो गया।
इसके बाद बापूधाम के स्टेशन मास्टर दिलीप कुमार, इंजीनियङ्क्षरग विभाग के कर्मी कृष्णचंद्र प्रसाद और रेलकर्मी रामनाथ ङ्क्षसह पहुंचे। शवों को ट्रैक से उठाकर किनारे रखा। तब ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। सूचना के बाद जीआरपी के प्रभारी थानाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, दारोगा राममोहन ङ्क्षसह एंबुलेंस के साथ पहुंचे। फिर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। वहां भीड़ जुटी रही।
बेलबनवा मोहल्ले में रहती थीं दोनों छात्राएं
मृत छात्राओं की पहचान श्वेता कुमारी (14-15), पिता प्रोफेसर उमेश राम, ग्राम भितहां, थाना बैरिया, जिला पश्चिम चंपारण और आकांक्षा राज (14-15) ग्राम बसबिïट्टी, जिला सुपौल के रूप में हुई। दोनों शहर के बेलबनवा मोहल्ला में रहकर पढ़ाई कर रही थी। श्वेता के पिता गोपालगंज के बीएनसी कॉलेज में प्रोफेसर हैं। वह बेलबनवा में किराए के मकान में भाई के साथ पढ़ाई करती थी। जबकि, आकांक्षा बचपन से बेलबनवा स्थित फूफा अजीत कुमार श्रीवास्तव और फुआ बंसती श्रीवास्तव के घर में साथ रहती थी।
दोनों एमजेके स्कूल में मैट्रिक की छात्रा थीं। दोनों छात्राएं सुबह छह बजे संस्कृत की कोङ्क्षचग के लिए निकली थी। इसी दौरान नरकटियागंज से मुजफ्फरपुर जानेवाली 63338 मेमू ट्रेन दोनों को कुचलते हुए आगे निकल गई। ट्रेन बापूधाम स्टेशन पर रुकने के बाद 6.12 मिनट बजे खुली। 6.13 बजे यह घटना हुई। रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को स्वजनों को सौंप दिया। घटना के बाद पीडि़त परिवारों में कोहराम मचा था।