Sitamarhi news: मोतिहारी की दो बहनें एक साथ बनीं क्लास वन अफसर, एक ही जिले में तैनाती, साझा की खुशियां
Sitamarhi News अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बहनों ने साझा की खुशियां हर किसी का सिर गर्व से ऊंचा एकसाथ बीपीएससी परीक्षा की तैयारी कीं और एकसाथ क्वालीफाई कर एक ही जिले में काबिज हुईं ये युवाओं के लिए एक नजीर हैं।
सीतामढ़ी [मुकेश कुमार 'अमन']। हर किसी का सिर गर्व से ऊंचा हो जाए जब उन्हें पता चलेगा कि दो सगी बहनों ने एकसाथ बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा पास की और आज एक ही जिले में सीनियर डिप्टी कलेक्टर के तौर पर कार्य कर रही हैं। सीतामढ़ी में सीनियर डिप्टी कलेक्टर नीलम कुमारी व सोनी कुमारी एक कर्तव्यनिष्ठ महिला पदाधिकारी के रूप में पहचान रखती हैं, लेकिन दोनों आपस में सगी बहनें हैं और यहीं पास में मोतिहारी की रहने वाली हैं, ये बात कम ही लोगों को पता है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दोनों सगी बहनों के बारे में डीपीआरओ परिमल कुमार ने दैनिक जागरण से यह जानकारी शेयर की। इसके बाद सीनियर डिप्टी कलेक्टर सोनी कुमारी ने भी हामी भरी। उन्होंने बताया कि दोनों बहनों ने एकसाथ बीपीएससी क्वालीफाई की और फर्स्ट च्वाइस के तौर पर सीतामढ़ी जिले का ऑप्शन दिया। लिहाजा, दोनों बहनों को एकसाथ काम करने का मौका मिल गया। अब एक ही क्वार्टर में साथ रहती भी हैं। निश्यच ही यह किसी इक्तेफाक से कम नहीं लगता और किस्मत वालों को ही यह नसीब होता है। उनके माता-पिता और घर-परिवार के साथ उनके तमाम जानने वालों के लिए भी यह बड़ी खुशखबरी है। सोनी ने सीतामढ़ी जिले को फर्स्ट ऑपषन के तौर पर चुनने की कई वजह थी। एक तो गृह जिला मोतिहारी से यह बिल्कुल सटा है। साथ में यह जगत जननी माता सीता की प्राकट्यस्थली भी है। और दूसरी बड़ी वजह यह कि यहां अभिलाषा कुमारी शर्मा के रूप में महिला जिलाधिकारी हैं, जिनके बारे में पता था कि वे अपने अधीनस्थ अफसरों को सपोर्ट करती हैं, उन्हें आगे बढ़ने का मौका देती हैं।
मोतिहारी के घोड़ाहसन की रहने वाली हैं नीलम व सोनी कुमारी
एक जून, 2019 से दोनों बहनें यहां एकसाथ रहकर अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रही हैं। सोनी ने बताया कि उनकी बड़ी बहन नीलम की 13 दिसंबर को शादी हुई है। गोपालगंज में उनके पति डॉ. हेमंत कुमार गुप्ता डॉक्टर हैं। सोनी ने बताया कि वह मोतिहारी जिले के घोड़ासहन के बालापुर गांव की रहने वाली हैं। तीन बहनें हैं और दो भाई हैं। दोनों से एक छोटी बहन है- खूशबू कुमारी जो बीटेक करके बीपीएसी की तैयारी कर रही है। पिता गंगा प्रसाद विजेता बैरगनिया हाइस्कूल में प्रध्यानाध्यापक से सेवानिवृत्त हुए हैं। मां सरस्वती देवी गृहिणी हैं।
दो भाई विशाल और गोपाल
दो भाई विशाल आनंद और गोपाल आनंद हैं। विशाल दिल्ली आइआइटी से पढ़ा हुआ है। बीपीएससी क्वालीफाई करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा में मेंस भी दिया है। अभी जेएनयू में पढ़ाई कर रहा है। गोपाल आनंद अभी मेडिकल की तैयारी कर रहा है। दोनों एकसाथ आए यहां पर यह हमारे लिए भी खुशी की बात है। साथ में मिलकर हम दोनों बहनों ने बीपीएससी की तैयारी भी की। साथ में जॉब हुआ और एक ही जगह पोस्टिंग मिल गई।