Muzaffarpur: ब्लैक फंगस के दो मरीज पटना से हुए वापस, दोनों को एसकेएमसीएच के वार्ड में किया गया शिफ्ट
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि पटना मुख्यालय से यह कहकर उन्हें वापस किया गया है कि अभी दोनों मरीजों की प्लास्टिक सर्जरी नहीं हो सकती। एक-दो सप्ताह बाद यहां भेजा जाए। 50 वायल दवा के साथ आए मरीजों को वार्ड में किया गया शिफ्ट।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस की दवा के अभाव में भर्ती दो मरीज दुर्गी बाजार बासोपटी मधुबनी की स्लेहा चौधरी को आईजीएमएस व हरपुर कथैया के राजेश राय को पीएमसीएच रेफर किया गया था। दोनों मरीजों को वहां से वापस कर दिया गया है। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि पटना मुख्यालय से यह कहकर उन्हें वापस किया गया है कि अभी दोनों मरीजों की प्लास्टिक सर्जरी नहीं हो सकती। एक-दो सप्ताह बाद यहां भेजा जाए। उन्होंने कहा कि 50 वायल एम्फोटेरेसिन बी नामक दवा भी आ गई है। फिलहाल दोनों मरीजों को यहीं पर रखकर इलाज किया जाएगा।
एसकेएमसीएच के प्रबंधक संजय कुमार ने कहा कि मुख्यालय को दवा के लिए लिखा गया है। जब तक दवा नहीं आती यहां नए मरीज को भर्ती नहीं किया जाएगा। न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डा.दीपक कर्ण ने बताया कि ब्लैक फंगस के तीन मरीजों का यहां सफल आपरेशन किया गया। इसमें उमानगर के मुकेश कुमार को स्वस्थ होने के बाद घर भेज दिया गया है।
जिला प्रशासन को मिली कोरोना किट
कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ सामाजिक संगठन भी महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) के क्षेत्रीय प्रबंधक सुनील कुमार पांडे ने डीएम प्रणव कुमार को कोरोना किट प्रदान किया। उन्होंने बताया कि 305 किट सकरा, मुरौल, मुसहरी, बोचहां और बंदरा प्रखंड के सभी एएनएम के बीच वितरित की जा रही है। संस्था के सहयोग से 15 जागरूकता वाहनों के द्वारा एक माह तक विभिन्न प्रखंडों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। फ्रंटलाइन कार्यकर्ता को भी मेडिकल किट दी जा रही है। इसमें ऑक्सीमीटर, थर्मल गन, मास्क, $फेस शील्ड, ग्लव्स, सैनिटाइजर आदि शामिल हैं। डीएम ने संस्था के क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ अन्य पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कोविड-19 तथा अन्य समस्याओं पर नियंत्रण में प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न संस्थाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।