मां ने तीन बेटियों को नदी में धकेला, दो की मौत
कुढ़नी थाना के एक गाव में गुरुवार की शाम मा की ममता को शर्मसार कर देने वाली घटना घटी।
मुजफ्फरपुर: कुढ़नी थाना के एक गाव में गुरुवार की शाम मा की ममता को शर्मसार कर देने वाली घटना घटी। पारिवारिक कलह से तंग होकर एक मा अपनी तीन बच्चियों को बहला फुसला कर बगल के नून नदी किनारे ले गई और तीनों को नदी में धकेल दिया। बड़ी बच्ची ने तो किसी तरह पानी से निकल कर जान बचा ली, लेकिन दो बच्चियों की मौत हो गई। शुक्रवार की सुबह यह मामला तब सामने आया ,जब ग्रामीणों ने नदी में दो बच्ची का शव देखा। आनन-फानन में शवों का दाह संस्कार कर दिया गया। यह घटना जंगल में लगी आग की तरह चारों तरफ फैल गई। भनक मिलते ही कुढ़नी थाना पुलिस घटना स्थल पहुंची, लेकिन पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिला। बताया गया कि महिला ने अपने पति से विवाद कर अपनी दो बच्ची को नदी में डूबो कर मार दी। दोनों जुड़वा बहनें थीं जिनकी उम्र 7 वर्ष बताई गई है। बड़ी बच्ची लगभग 9 साल की है। इस मामले में कुढ़नी थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। थाना के प्रभारी मुस्लिम खान ने बताया कि सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस गई थी, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिला।
महिला की डूबने से मौत, सात घंटे जाम
बंदरा प्रखंड की हत्था पंचायत के लोहरखा गाव के चंद्र राय की पत्नी सुकुल देवी (35) की मौत शुक्रवार की अलसुबह बागमती नदी में डूबने से हो गई। इसकी सूचना सीओ तथा हत्था ओपी की पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने इसे बेनीबाद ओपी का क्षेत्र बताया। ओपी प्रभारी मो. शमीम अख्तर ने बताया कि मृतका ओपी क्षेत्र के लोहरखा गाव की निवासी थी, लेकिन घटनास्थल बेनीबाद ओपी क्षेत्र में है। उधर, बेनीबाद पुलिस इसे हत्था ओपी का क्षेत्र बता रही थी। इससे नाराज स्वजनों एवं ग्रामीणों ने लोहरखा के पास बॉर्डर स्थल पर शव के साथ पूसा-हनुमाननगर मुख्य पथ को जाम कर दिया जो सात घटे जारी रही। तब बेनीबाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जिसके बाद सड़क जाम समाप्त हुआ। बताया गया कि अलसुबह वह शौच को घर से निकली थी। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गई।