नेपाल में तीन दिवसीय इस्लामिक सम्मेलन का हुआ समापन, इस दौरान भीड़ में दबने से दो की मौत
नेपाल के सप्तरी जिले में आयोजित तीन दिवसीय इज्तमा का विदाई नमाज और दुआ के साथ हुआ समापन। मृतकों में एक पूर्वी चंपारण और दूसरा नेपाल का निवासी।
मधुबनी, जेएनएन। नेपाल के सप्तरी जिले के बोदो बरसाइन में तब्लीगी जमात द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इज्तमा ( इस्लामिक सम्मेलन) का सोमवार को विदाई नमाज और दुआ के साथ समापन हो गया। इस दौरान अत्यधिक भीड़ के कारण दबने से दो लोगों की मौत हो गई। इनमें एक पूर्वी चंपारण जिले के मो. हारुण रशीद बताए गए। जबकि, दूसरा नेपाली नागरिक है। सप्तरी के एसपी कृष्णा परसान ने इसकी पुष्टि की है।
शरियत का पालन करने की अपील
वक्ताओं ने अल्पसंख्यक समुदाय से शरियत कानून का पालन करने की अपील की। साथ ही पांचों वक्त नमाज अदा करने, शुद्धीकरण के साथ रहने समेत अन्य इस्लामिक परंपराओं का निर्वहन करने की अपील की। आयोजन कमेटी के संयोजक मो. गफूर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को तब्लीगी जमात के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मो. शाद के अलावा मौलाना जमशेद, मौलाना उमर, मौलाना युसुफ, शमीम शिबो अंसारी आदि ने संबोधित किया।
समय -समय पर होता है आयोजन
तब्लीगी जमात द्वारा समय-समय पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को इस्लामिक परंपराओं का निर्वहन करने को लेकर तीन दिन, 40 दिन एवं चार माह का आयोजन कराया जाता रहा है। इसके जरिए मौलाना व वक्ताओं का भी चयन किया जाता है। सूत्रों के अनुसार, तुर्की की एक संस्था के सहयोग से इस तरह का आयोजन किया जाता है। नेपाल में आयोजन का मुख्य उद्देश्य था कि भारत के अधिक से अधिक मुस्लिम समाज के लोग शामिल हो सके।