मुजफ्फरपुर में जिंदा जलाई गई युवती मामले में दस दिनों के अंदर दो की गिरफ्तारी, अब इंसाफ की बारी
Muzaffarpur young woman burnt alive case मुख्य आरोपित को घटना के तीसरे दिन किया गया था गिरफ्तार। दूसरे नामजद ने कर दिया था सरेंडर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सात दिसंबर को अहियापुर में एक युवती को उसी के घर की छत पर जिंदा जलाने की कोशिश उसके पड़ोसी ने की। बुरी तरह जल जाने के बाद उसे बैरिया के निजी अस्पताल ले जाया गया। अगले दिन जब 08 दिसंबर को वह श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पहुंची तो पुलिस के आला अधिकारी घटना से अवगत हुए। सीधे एसकेएमसीएच पहुंचे पीडि़ता का बयान लिया। इसके बाद से लगातार पुलिस दौड़ रही है।
आइजी द्वारा गठित एसआइटी ने तत्काल मुख्य आरोपित नजीरपुर निवासी राजा राय को गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के बाद कई जानकारी सामने आई। लेकिन, दूसरा आरोपित पुलिस पकड़ से बाहर रहा। इस बीच जब पुलिस की दबिश बढ़ी तो दूसरे आरोपित मुकेश राय ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया। इसके बाद से पुलिस लगातार कार्रवाई करने का दावा कर रही है। लेकिन, कानूनी प्रक्रिया के तहत दो के जेल जाने के पहले से लेकर अबतक पुलिस साक्ष्य ही एकत्र कर रही है। इन सबके बीच जिंदा जलाने की कोशिश में 93 फीसद जल चुकी युवती ने दो-दो बार बयान दे दिया।
उम्मीद बस इतनी कि पुलिस जो दौड़ लगा रही है, उसके नतीजे सार्थक हो। अब जबकि पीडि़ता की मौत हो गई है तो इंतजार इस बात का है कि अब मामले में इंसाफ हो जाए। दस दिनों से पुलिस लगातार दौड़ रही है। नामजद आरोपित भी जेल में बंद है। ऐसे में पुलिस को अब मौत को गले लगा चुकी पीडि़ता को इंसाफ दिलाने के लिए आवश्यक प्रक्रिया बिना समय गंवाए पूरी करनी चाहिए।
शीघ्र चार्जशीट की तैयारी
मामले की जांच कर रही पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआइटी) द्वारा की जा रही कार्रवाई की गति पर पुलिस के वरीय अधिकारियों की नजर है। अबतक के कार्रवाई की समीक्षा के बाद मामले के जांचकर्ता को नगर पुलिस अधीक्षक पीके मंडल ने निर्देश दिया है कि घटना से जुड़े तमाम साक्ष्य एकत्र कर कांड दैनिकी तत्काल समर्पित करें। ताकि, दोषियों के खिलाफ आवश्यक जांच की प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए अविलंब जेल में बंद लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया जा सके।
मौत के बाद अब जुड़ेगा हत्या का भी मामला
नगर पुलिस अधीक्षक पीके मंडल ने बताया कि युवती की मौत होने के कारण इस घटना के आरोपितों के खिलाफ दर्ज मामले में हत्या की भी धारा जुड़ेगी। इससे जुड़े सभी तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। समय रहते पुलिस जांच की प्रक्रिया पूरी कर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। जांच को लेकर कई बिंदुओं पर काम चल रहा है।
यह है घटनाक्रम
7 दिसंबर 2019 : संध्या करीब 7:30 बजे अहियापुर स्थित युवती के घर में प्रवेश कर युवक ने की जिंदा जलाने की कोशिश।
8 दिसंबर 2019 : निजी अस्पताल में बिगड़ी हालत और मांगे गए अत्यधिक रुपये तो स्वजन युवती को लेकर पहुंचे श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल।
9 दिसंबर 2019 : घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचे आइजी, जिलाधिकारी, एसएसपी व अन्य अधिकारी।एसआइटी का गठन। पुलिस ने मुख्य आरोपित को किया गिरफ्तार।
10 दिसंबर 2019 : जिलाधिकारी ने युवती की चिंताजनक हालत को देखते हुए जीवन रक्षक एंबुलेंस से इलाज के लिए पटना के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया। पहुंची महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा।
11 दिसंबर 2019 : युवती की इच्छा पर एसएसपी ने महिला थानाध्यक्ष को पटना भेजा। दंडाधिकारी की मौजूदगी में दोबारा लिया गया बयान।
12 दिसंबर 2019 : युवती की हालत धीरे-धीरे लगी होने खराब।
13 दिसंबर 2019 : मामले के दूसरे नामजद आरोपित मुकेश राय ने किया कोर्ट में सरेंडर।
15 दिसंबर 2019 : पूर्व मंत्री व सांसद डॉ. सीपी ठाकुर ने पीडि़ता से की मुलाकात।
16 दिसंबर 2019 : देर रात करीब 11:30 बजे पीडि़ता ने स्वजनों के बीच तोड़ा दम।
17 दिसंबर 2019 : युवती की मौत की सूचना पर राजधानी पटना से लेकर फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर लोगों ने किया आंदोलन। पुलिस ने किया लाठी चार्ज।