ढाई वर्ष पूर्व 86 लाख में बना समाहरणालय पार्क, कोई जिम्मेदारी लेने को नहीं तैयार
बिना देखभाल के जर्जर होता जा रहा है समाहरणालय पार्क, किसी को चिंता नहीं। मुख्यमंत्री नगर विकास योजना से किया गया था निर्माण, उद्घाटन भी नहीं किया गया।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर में पार्क के निर्माण को लेकर योजना तैयार की जा रही। सिटी पार्क का नए सिरे से निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार हो रहा। मगर, ढाई वर्ष पूर्व करीब 86 लाख रुपये में जो पार्क बनकर तैयार है। उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं।
स्थिति यह कि देखभाल नहीं होने से यहां लगे महंगे फाउंटेन व लाइट खराब हो रहे। महंगे पेड़-पौधे भी सूख रहे। अब छह माह में डीएलपी (दोष दायित्व अवधि) भी समाप्त हो जाएगी। इसके बाद पार्क निर्माण में किसी तरह की गड़बड़ी के लिए संवेदक को दोषी नहीं ठहराया जा सकेगा।
बच्चों के लिए विशेष रूप से बना था पार्क
समाहरणालय परिसर स्थित इस पार्क का निर्माण डुडा (जिला शहरी विकास प्राधिकरण) ने मुख्यमंत्री नगर विकास योजना से कराया था। सामने तालाब को घेरकर इसे और सुंदर बनाने की योजना भी थी। बच्चों को ध्यान में रखकर यहां स्लाइडर आदि लगाए गए थे। बेहतर गजेबो, बेंच व शेड बनाए गए। महंगे पौधे भी लगे। जगह-जगह लाइटिंग भी की गई। मगर, 86 लाख खर्च होने के बाद भी इसका लाभ आमलोगों को नहीं मिल सका।
खुलने के बाद बंद
पार्क को बिना उद्घाटन खोला भी गया। यहां बने कैंटीन में नाश्ता व चाय भी बिके। कई माह तक लोगों के लिए खुलने के बाद इसे बंद कर दिया गया। क्योंकि इसकी जिम्मेदारी किसी विभाग ने नहीं ली।