पूर्व मेयर समीर हत्याकांड : डेढ़ माह बाद भी शूटर पुलिस की गिरफ्त से दूर
आशुतोष, सुशील व श्यामनंदन के बीच बातचीत की खंगाली गई डिटेल्स, जेल में बंद सुशील छापडिय़ा को रिमांड पर लेने की कवायद में पुलिस
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस पूरी तरह से उलझी है। घटना के करीब डेढ़ महीने बाद भी शूटर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। इसके कारण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे। दूसरी ओर पुलिस की तरफ से दावा किया जा रहा कि शूटर की गिरफ्तारी को लेकर लगातार कवायद चल रही। लेकिन, हकीकत है कि समीर के सिंडिकेट से जुड़े लोगों की अभी मोबाइल कॉल डिटेल्स का ही पुलिस विश्लेषण कर रही।
पुलिस का विश्लेषण कब तक चलेगा यह कहना मुश्किल है। हत्या की घटना को अंजाम देने वाले शूटर की गिरफ्तारी कब तक हो सकेगी इसका इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि मामले में दो लोगों की संलिप्तता बताते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। इसमें सुशील छापडिय़ा जमीन के नाम पर एक करोड़ की ठगी में जेल में बंद है। उसकी स्वीकारोक्ति बयान के बाद साजिशकर्ता के रूप में श्यामनंदन मिश्रा को पकड़ा गया।
बाद में सुशील को भी समीर हत्याकांड का आरोपित बनाया गया। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की कवायद में पुलिस जुटी है। इसके लिए कोर्ट की प्रक्रिया की जा रही। पुलिस का कहना है कि घटना में सुशील की भी संलिप्तता है। इसके लिए पुलिस टीम समीर के साथ अन्य लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल्स का विश्लेषण कर रही। पुलिस का कहना है कि समीर के सिंडिकेट में शामिल आशुतोष शाही, सुशील छापडिय़ा के साथ श्यामनंदन मिश्रा समेत अन्य लोगों की मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही।