Move to Jagran APP

योग में लड़कियां लड़कों पर भारी विवि में नामांकन के लिए मारामारी

योगिक स्टडीज में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई का लड़कियों में जबरदस्त क्रेज। 98 में 70 लड़कियां हर साल बढ़ रही संख्या। योग बनाए निरोग तो सौंदर्य में भी आता है पूरा निखार।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 09:59 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2019 09:59 AM (IST)
योग में लड़कियां लड़कों पर भारी विवि में नामांकन के लिए मारामारी
योग में लड़कियां लड़कों पर भारी विवि में नामांकन के लिए मारामारी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। योग युवाओं के लिए पैशन व फैशन बन चुका है। जिम में पसीना बहाने के साथ फिटनेस के लिए लड़कियां योगा क्लास ज्वाइन कर रही हैं। आलम यह है कि लड़कों की तुलना में लड़कियों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। उनकी मेहनत देखकर दूसरे लोग दांतो तले उंगली दबा लेते हैं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से योगिक स्टडीज में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई होती है जिसमें नामांकन के लिए मारामारी की स्थिति है।

prime article banner

 फिलहाल लड़कियां काफी संख्या में आवेदन कर रही हैं। 2018-19 सेशन में 98 में 70 लड़कियां हैं। इनमें जेनरल कैटेगरी समेत आरक्षित कोटे से भी शामिल हैं। 2016-17 की अगर हम बात करें तो उसमें 58 सीटों के लिए 60 आवेदन पड़े। तब लड़कियां 24 थीं। इसके बाद के हरेक सेशन में लड़कियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 2017-18 में 47 लड़कियां हैं। 2019-20 में नामांकन के लिए आवेदन हो रहा है।

 इस सिलसिले में विभाग की निदेशक व दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ. कमला कुमारी का कहना है कि लड़कियां तो अपने बढ़ते हुए वजन का ध्यान रखती हैं और फिटनेस के लिए पसीना बहाने से उन्हें तनिक भी गुरेज नहीं है। योग से बॉडी अपने आप कंट्रोल में होने लगता है। यही कारण है कि इस कोर्स में लड़कियां बहुतायत में हैं और टाइम पर वे क्लास भी पहुंच जाती हैं।

व्यवसायिक कोर्स में लगती मोटी फीस

यह व्यवसायिक पाठ्क्रम है। सालभर के इस कोर्स में फीस के तौर पर मोटी रकम भरनी पड़ती है। बावजूद नामांकन के लिए पहले मैं पहले मैं वाली स्थिति है। 2006 से यहां योग का विभाग खुला हुआ है। भगवानपुर से आई एक आवेदिका जूही ने बताया कि योग अब सिर्फ फिटनेस से ही नहीं जुड़ा है इसमें रोजगार की असीम संभावनाएं भी हैं। तंदुरुस्ती के साथ रोजगार के द्वार भी खुलते हैं। उनके पति राहुल कुमार ने भी यहीं बातें कहीं। जूही ने कहा कि जब हम सौंदर्य की बात करते हैं तो हम केवल बाहरी चेहरे की सौंदर्य की ही बात नहीं करते, बल्कि इसमें आंतरिक सुंदरता भी शामिल होती है और योग से यह संभव होता है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी शुरू

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी यहां अभी से ही शुरू है। शुक्रवार को प्रभारी कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने योग को-ऑर्डिनेटर को बुलाकर बात की। विभाग की निदेशक डॉ. कुमला कुमारी ने पूर्व डीएसडब्ल्यू डॉ. सदानंद प्रसाद सिंह के साथ मिलकर खुद भी इसपर वर्कआउट किया। उन्होंने कहा कि योग दिवस पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित है जिसमें बनारस यूनिवर्सिटी समेत बाहर से योग एक्सपर्ट विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे।

योग से सौंदर्य में निखार

एमडीडीएम की प्राचार्य डॉ. ममता रानी का कहना है कि योग सौंदर्य के लिए अति आवश्यक है, क्योंकि आनंद का अहसास शारीरिक सौंदर्य का अनिवार्य अंग है। आर्कषक त्वचा, काले चमकीले बाल तथा छरहरा बदन केवल मात्र स्वस्थ शरीर से ही प्राप्त किया जा सकता है। योग से बालों के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है तथा शरीर के आकार में प्राकृतिक आकर्षण पैदा होता है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.