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एईएस से जंग: AES पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर सभी प्रखंडों में दिया गया प्रशिक्षण Muzaffarpur News

डीएम के आदेश पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आगाज। सभी प्रखंडों के संबंधित वरीय प्रभारी पदाधिकारी भी जिला मुख्यालय से पहुंचकर हुए शामिल।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 04:20 PM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 04:20 PM (IST)
एईएस से जंग: AES पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर सभी प्रखंडों में दिया गया प्रशिक्षण Muzaffarpur News
एईएस से जंग: AES पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर सभी प्रखंडों में दिया गया प्रशिक्षण Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एईएस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर बुधवार को सभी प्रखंडों में प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला हुई। इसमें जिला मुख्यालय से संबंधित प्रखंडों के वरीय अधिकारी भी शामिल हुए। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से एईएस से संबंधित केस की पहचान और इस संबंध में क्या किया जाए, एंबुलेंस व वाहनों का उपयोग कैसे हो, मरीज को जल्द अस्पताल कैसे पहुंचाया जाए। इन सभी ¨बदुओं की जानकारी दी गई। प्रखंड स्तरीय समन्वय समिति से तालमेल,जनजागरूकता का अनुश्रवण आदि के संबंध में सभी बुनियादी व तकनीकी बातों से अवगत कराया गया।

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 इसके बाद सभी वरीय प्रभारी पदाधिकारियों ने पीएचसी स्तर पर एईएस को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया। केयर के जिलास्तरीय प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने बताया कि इसमें सभी पदाधिकारियों को चमकी बुखार से संबंधित तकनीकी जानकारियों व महत्वपूर्ण बातों से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी को मेंटेन करते हुए प्रशिक्षण दिया गया। मुशहरी में प्रशिक्षण में एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने कहा कि सावधानी से ही इसका बचाव संभव है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उपेंद्र चौधरी ने कहा कि इस बीमारी से बचाव के लिए बच्चों को धूप में न निकलने दें। सोने से पूर्व बच्चों को भरपेट खाना अवश्य खिलाएं।

 एसडीओ ने अस्पताल व प्रखंड प्रबंधन को समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया। इधर, बंदरा में एमवाइसी डॉ. अरुण कुमार ने प्रशिक्षण दिया। वरीय प्रभारी पदाधिकारी ललन कुमार शर्मा ने कहा कि चमकी बुखार जैसे लक्षण बच्चों में दिखते हीं उन्हें तुरंत पीएचसी में पहुंचाएं। गांव से पीएचसी तक लाने पर गाड़ी भाड़ा 400 रुपये दिए जाएंगे। खासकर महादलित टोला पर फोकस करना है। हेल्थ मैनेजर कल्पना कुमारी ने बताया कि पीएचसी में बच्चों के इलाज के लिए एईएस वार्ड बनाया गया है जिसमें रोस्टरवाइज डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।

 बीडीओ अलख निरंजन ने बताया कि जन जागरूकता के लिए सभी स्तरों पर अभियान चलाया जाएगा। मीनापुर में ट्रेनर सह पीएचसी प्रभारी डॉ. अजय कुमार पांडेय ने बताया कि इस वर्ष एईएस से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। गायघाट सीएचसी में डीएओ की अध्यक्षता में एईएस को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। मोतीपुर में लापरवाही की शिकायत पर संबद्ध लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी बीडीओ संजय कुमार सिंह ने दी।


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