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24 घंटे विलंब से पहुंची ट्रेन, भूख-प्यास से बेहाल रहे प्रवासी

मुजफ्फरपुर परदेस से प्रवासियों को लाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की चाल बिगड़ गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 01:43 AM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 01:43 AM (IST)
24 घंटे विलंब से पहुंची ट्रेन, भूख-प्यास से बेहाल रहे प्रवासी
24 घंटे विलंब से पहुंची ट्रेन, भूख-प्यास से बेहाल रहे प्रवासी

मुजफ्फरपुर : परदेस से प्रवासियों को लाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की चाल बिगड़ गई। जंक्शन पर सोमवार को कर्मनाशा से मुजफ्फरपुर विशेष ट्रेन आने की सूचना दी गई, लेकिन यह मंगलवार को दोपहर तीन बजे पहुंची। करीब 24 घंटे विलंब से पहुंची ट्रेन में सफर पूरा कर आने वाले प्रवासियों को कोई राहत नहीं मिली। ट्रेन से उतरकर स्टेशन के बाहर बस के लिए उन्हें धूप में भटकना पड़ा। बस नहीं मिलने पर मायूस हो गए। चिलचिलाती धूप में वे स्टेशन रोड में भोजन व पानी तलाशते रहे। नहीं मिलने पर स्टेशन पर पहुंचकर बैठ गए। प्रवासी राजकिशोर, कन्हैया कुमार ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि फैक्ट्री में काम करते थे। जितना पैसा मिलता था उससे गुजारा चल जाता था। लॉकडाउन में महीना ऐसा गुजरा कि क्या कहें? ये बताते-बताते उनकी आंखें भर आई। ट्रेन जहां-तहां रुकती रही। रास्ते में कहीं भोजन व पानी नहीं दिया गया। इससे भूख व प्यास से बेहाल रहे। यहां पहुंचने पर भी कोई सुविधा नहीं मिली।

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इस तरह विलंब से आईं ट्रेनें

जानकारी के अनुसार 23 मई को जमालपुर से मुजफ्फरपुर के लिए 04660 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली। इसकी 25 मई को सुबह मुजफ्फरपुर आने की सूचना थी, लेकिन मंगलवार सुबह 9.28 बजे पहुंची। इसके साथ 24 मई को दोपहर 2.30 बजे उधना से मुजफ्फरपुर के बीच 09103 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली। इसे 25 मई की शाम 7.30 बजे आने की सूचना दी गई। यह 18 घंटा विलंब से मुजफ्फरपुर जंक्शन पर मंगलवार को दोपहर 12.20 बजे आई। 24 मई को दोपहर 2 बजे सिकंदराबाद से मुजफ्फरपुर के लिए 07719 श्रमिक स्पेशल ट्रेन खुली। इसे 25 मई को दोपहर 2 बजे तक मुजफ्फरपुर आने की सूचना दी गई, लेकिन मंगलवार को दोपहर 2.35 बजे पहुंची। इसी तरह अन्य कई ट्रेनें भी जंक्शन पर काफी विलंब से आईं। सैनिटाइज करने की व्यवस्था बंद

जंक्शन पर मंगलवार को परदेस से आने वाले प्रवासियों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था बंद हो गई। वहीं, उन्हें भोजन, पानी व बस की सुविधा भी नहीं मिल रही है। प्यास बुझाने के लिए नगर निगम ने बाहरी परिसर में पानी की टंकी लगाई है। जीआरपी सिपाही व आरपीएफ जवान स्टेशन पर प्रवासियों की मदद में डटे हैं। लेकिन, प्रशासन की ओर से जंक्शन पर जो व्यवस्था की गई धीरे-धीरे हटाई जा रही है। प्रतिदिन छह से सात हजार प्रवासी जंक्शन पर उतार रहे हैं। इनकी स्क्रीनिंग भी बंद हो गई है। इससे सिपाही व रेल कर्मियों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि मधुबनी, सीतमाढ़ी, समस्तीपुर, दरभंगा, कटिहार, पटना व अन्य जगहों के लिए प्रवासियों को बस के बदले आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से भेजा जा रहा है। प्रवासी भोजन व पानी की मांग करते हैं। पानी की व्यवस्था कर दी जाती है, लेकिन भोजन के पैकेट नहीं मिले।

इन जगहों से आए प्रवासी

मंगलवार को दोपहर 3 बजे जंक्शन पर कर्मनाशा से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1098 प्रवासी, दोपहर 12.20 बजे उधना से 1534, सुबह 9.58 बजे जलालपुर से 1285, सुबह 9.05 बजे औरंगाबाद से 897, सुबह 6.55 बजे राजमपट्टा से 1110, सुबह 5 बजे विशाखापत्तनम से 1306, दोपहर 2.35 बजे सिकंदराबाद से 628 और दोपहर एक बजे राजकोट से आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 333 प्रवासी जंक्शन पर पहुंचे।


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