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गायचाहा नदी पर दान से चचरी पुल का निर्माण कर किया आवागमन चालू

बेतिया। प्रखंड के धुमली परसा गांव में 250 परिवार रहते हैं। आबादी तकरीबन 1200 है। सभी थारू जनजाति के हैं। गांव में आने-जाने के लिए लोगों को गायचाहा नदी पार करनी पड़ती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Jul 2021 06:40 PM (IST)Updated: Thu, 15 Jul 2021 06:40 PM (IST)
गायचाहा नदी पर दान से चचरी पुल का निर्माण कर किया आवागमन चालू
गायचाहा नदी पर दान से चचरी पुल का निर्माण कर किया आवागमन चालू

बेतिया। प्रखंड के धुमली परसा गांव में 250 परिवार रहते हैं। आबादी तकरीबन 1200 है। सभी थारू जनजाति के हैं। गांव में आने-जाने के लिए लोगों को गायचाहा नदी पार करनी पड़ती है। इस पर बना पुल 2017 की बाढ़ में ध्वस्त हो गया था। इसके बाद से ग्रामीण पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। लेकिन पुल निर्माण नहीं होने से लोगों ने स्वयं से चचरी पुल निर्माण करने की सोंची और इसे कार्यरूप दे दिया। इस चचरी पुल के निर्माण हो जाने से अब गौनाहा से धुमली परसा गांव की दूरी 12 किलोमीटर घट गई है। यहां के ग्रामीण पूर्व मुखिया अग्नि देव गुरो ने बताया कि वैसे तो इस गांव से प्रखंड मुख्यालय की दूरी 26 किलोमीटर है, लेकिन चचरी पुल निर्माण हो जाने से यहां के लोगों के लिए गौनाहा प्रखंड मुख्यालय 14 किलोमीटर ही रह गया है।

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वैसे तो यहां के ग्रामीण पुल निर्माण के लिए सांसद, विधायक एवं अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके थे, मगर कोई फायदा नहीं। फिर क्या, गांव के गुमाश्ता शंभू पटवारी की पहल पर ग्रामीणों ने खुद चचरी पुल बनाने का निर्णय लिया। बेकार पड़े बिजली के पोलों को नदी में गाड़ दिया। उसके ऊपर बांस लगाकर पुल तैयार कर दिया है। निर्माण में तकरीबन 20 हजार रुपये खर्च हुए, जिसे ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से जुटाया। प्रत्येक परिवार के एक सदस्य ने श्रमदान भी किया। एक सप्ताह पहले पुल बनकर तेयार हो गया है।

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2017 में बह गया था 20 लाख का पुल

पूर्व मुखिया अग्नि देव गुरो ने बताया कि वर्ष 2011 में विधायक निधि से 20 की लागत से पुल बना था। गुणवत्ता ठीक नहीं होने से 2017 में आई बाढ़ में पुल बह गया था। बरसात के तीन माह प्रखंड व पंचायत के अन्य गांवों से संपर्क भंग रहता था। रीना देवी व वार्ड सदस्य गीता देवी कहती हैं कि बीमारी की हालत में काफी दिक्कत होती थी। खाट पर बीमार को लादकर किसी तरह नदी पार करानी पड़ती थी। अब कम से कम साइकिल चचरी पुल से पार हो जाएगी। रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए बाजार जाने में दिक्कत नहीं होगी।

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कोट

यहां पुल निर्माण के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखकर जल्द पुल निर्माण कराने का अनुरोध किया गया है।

अजय प्रकाश राय

प्रखंड विकास पदाधिकारी

गौनाहा


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