शहर की मलिन बस्तियों के शौचालय निर्माण में घपले की होगी जांच, डीएम ने दिया आदेश
डीएम ने गठित की तीन सदस्यीय टीम, 15 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा, वित्तीय वर्ष 2014-15 की योजना में महालेखाकार को मिली गड़बड़ी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नगर निगम क्षेत्र की मलिन बस्तियों में शौचालयों के निर्माण में भारी घपला मामले की डीएम मो. सोहैल ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। इसमें वरीय उप समाहर्ता जावेद अहसन अंसारी, जिला लेखा पदाधिकारी विजय कुमार सिंह व पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता शामिल हैं।मालूम हो कि महालेखाकार कार्यालय ने वित्तीय वर्ष 2014-15 की योजना में कई स्तरों पर गड़बड़ी पकड़ी थी।
इसमें एक ही शौचालय के साथ कई लाभुकों की तस्वीर दिखाकर लाखों रुपये का जहां वारा-न्यारा किया गया है। वहीं कई समितियों को निर्धारित राशि से करीब छह हजार रुपये कम देकर राशि की बंदरबांट कर ली गई। इतना ही नहीं जितने शौचालयों के लिए राशि की निकासी की गई थी उससे काफी कम लाभुकों की सूची पाई गई। इन गड़बडिय़ों को देखते हुए महालेखाकार कार्यालय ने डीएम कार्यालय से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
लाभुकों के नाम में अंतर, बिना मान्यता के संवद्र्धन सामूहिक विकास समितियों को भुगतान
जिन लाभार्थियों का फोटो शौचालय के साथ दिया गया उनका नाम सूची से अलग था। वहीं तस्वीर वाले लाभुकों का विवरण फार्म में नहीं किया गया। वहीं निगम की ओर से बिना मान्यता के 34 विकास समिति व 98 सहायता समूहों को राशि का विचलन किया गया। इतना ही नहीं इन समितियों को निर्धारित 18,500 रुपये की जगह 12,000 रुपये ही दिए गए। इससे लाखों रुपये के बंदरबांट की आशंका है। इसके अलावा सूची में 182 लाभुकों के नाम नहीं मिले थे।
इन मलिन बस्तियों में हुआ था शौचालयों का निर्माण
न्यू पुलिस लाइन वार्ड 47, अमृत बाजार, अमरूद बगान वार्ड 45, भारत माता लेन वार्ड 22, बीबीजान लेन वार्ड 39, ब्रह्मपुरा कुम्हार टोली वार्ड चार, गोविंदपुरी, बीबीगंज वार्ड सात, पासवान टोली, झिटकाहीं वार्ड एक, संत रविदास नगर, कन्हौली वार्ड 49, मुस्लिम टोला, कन्हौली डीह वार्ड 41, फकीर टोली वार्ड 25 व अनुसूचित जाति टोली, वार्ड दो।