मुजफ्फरपुर में भारी बारिश के साथ-साथ एक और बड़ा खतरा, बचाव के लिए इन बातों पर दें ध्यान
Today Weather in Muzaffarpur मौसम विभाग की ओर से जिला प्रशासन को दी गई इस सूचना के बाद अधिकारी हुए सक्रिय। जिलेवासियों को बचाव के उपाय सुझाए गए। लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ से बचाव के उपायों पर भी चल रहा काम।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में अगले तीन दिनों तक भारी वर्षा, मेघ गर्जन तथा व्रजपात का अलर्ट जारी किया गया है। इसे देखते हुए डीएम प्रणव कुमार ने जिलावासियों से इस अवधि में विशेष सावधानी और सतर्कता बरतने एवं घरों में रहने की अपील की है। विशेष परिस्थिति में ही लोगों को घर से बाहर निकलने का आग्रह किया है। इसके अलावा अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों को नदियों में स्नान करने को न जाने दें।
अलर्ट मोड में रहें पदाधिकारी एवं अभियंता
डीएम ने सभी विभागों एवं जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया। उन्हें क्षेत्र में कैंप करने को कहा गया है। सभी संवेदनशील स्थलों पर तटबंधों की मरम्मत करना सुनिश्चित करने को कहा है। सभी अंचल अधिकारियों को भी स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। जिला आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बताया गया है कि जिले में अभी बाढ़़ की स्थिति नहीं है। सभी मुख्य तटबंध सुरक्षित हैं। बाढ़ के खतरे को देखते हुए बचाव की सभी तैयारियां की जा चुकी हैंं।
सभी भवनों में लगेंगे तडि़त चालक
जिले में वज्रपात की घटना को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। वज्रपात से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सुरक्षात्मक व्यवहार के साथ भवनों पर तडि़त चालक लगाए जाएंगे। इस संबंध में अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन डा. अजय कुमार ने निर्देश जारी किया है। वज्रपात की सूचना पहले मिल सके इसके लिए इंद्रवज्र एप डाउनलोड कराने के लिए अभियान चलाने को भी कहा है।
क्या होता है ब्लू अलर्ट
मौसम विभाग के द्वारा किसी क्षेत्र में ब्लू अलर्ट तब जारी किया जाता है जब वहां आंधी तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका होती है। इस दौरान तेज मेघ गर्जन होती है। वज्रपात की आशंका भी रहती है।
वज्रपात से बचाव के उपाय
- वज्रपात होने की स्थिति के दौरान प्रयास करें की किसी ऊंचे क्षेत्र में न हो।
- किसी खुले स्थान में होने के बजाय किसी मजबूत पक्के मकान में शरण लें तथा खिड़की, बरामदें एवं दरवाजों से दूरी बना कर रहें।
- घर में बिजली की सुचालक जैसे पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन, टेलिविज़न व मोबाईल फोन आदि उपकरणों को बिजली के संपर्क से हटा दें।
- घर के बाहर बिजली के खंभें, बड़े पेड़, कम घने पेड़, मशीन व टावर से दूर रहें।
- एक ही जगह पर लोगों से 15 फीट दूरी बना कर रहें, समूह में खड़े न हो।
- नदी, तालाब, आदी जलाशयों से दूर रहें।
- बिजली की चमक या बादलों के गरजने की आवाज से कानों के पर्दे की रक्षा के लिए कानों को हाथों से दबा लें।