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World Food Security Day : गांठ बांध लीजिए, घर के खाने से बेहतर कुछ भी नहीं, जंक फूड तो...बस

World Food Security Day भोजन में हरी सब्जियां दाल व दूध का इस्तेमाल बेहतर। दूषित व विषाक्त भोजन से जान भी जा सकती।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 07:58 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 07:58 AM (IST)
World Food Security Day : गांठ बांध लीजिए, घर के खाने से बेहतर कुछ भी नहीं, जंक फूड तो...बस
World Food Security Day : गांठ बांध लीजिए, घर के खाने से बेहतर कुछ भी नहीं, जंक फूड तो...बस

मुजफ्फरपुर, [संजीव कुमार]। जीवन में खान-पान का खासा महत्व है। अगर हमारा भोजन सही नहीं होगा तो उसका प्रभाव जीवन पड़ पड़ता है। कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इन सभी बिंदुओं पर जानकारी रखने व आमलोगों को जागरूक बनाने के लिए हर साल सात जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इसके तहत स्वस्थ्य जीवन जीवन जीने के लिए खाद्य सुरक्षा के माध्यम से लोगों को जागरूक कराया जाता है। चिकित्सक डॉ. नवीन कुमार कहते हैं कि भोजन तो घर का बना हुआ खाना चाहिए। बाजार के खाने के साथ जंक फूड से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड व फैट की आवश्यकता होती है। मौसम के अनुसार फल लेना चाहिए। दाल, हरी सब्जियां, दूध भोजन में अवश्य लें।

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मिलावटी खाद्य पदार्थ लेने से बचें, करें शिकायत

मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम के लिए खाद्य संरक्षा पदाधिकारी की तैनाती की गई है। विभाग के अधिकारी सुदामा चौधरी कहते हैं कि अगर कोई ब्रांडेड सामान ले रहे हैं तो उसके डिब्बे पर सारी बातों की जानकारी दी जाती है। लेकिन अगर बाजार में खुले हुए सामान ले रहे हैं तो ताजा ही लें। खुले सामान में मिलावट की आशंका अधिक रहती है। मिलावटी सामान के बारे में शिकायत मिले तो फौरन विभाग को सूचना दें। टीम वहां पर कार्रवाई कर नमूना लेकर जांच के लिए लैब में भेजेगी। वैसे मिलावटी खाद्य पदार्थो की रोकथाम को लेकर समय-समय पर संबंधित विभाग की तरफ से जागरूकता अभियान चलाया जाता है। छापेमारी भी की जाती है। हाल ही में शहर के दो आटा फैक्ट्रियों में छापेमारी की गई थी। वहां मानक के अनुरूप पैकिंग नहीं की जा रही थी। संचालक को नोटिस दिया गया। कुछ दिनों तक फैक्ट्री से आपूर्ति पर रोक लगा दी गई। इसके अलावा शहर की कई मिठाई दुकानों व रेस्टोरेंटों में भी छापेमारी की जा चुकी है। बता दें कि पिछले साल दीवाली से लेकर अब तक 16 जगहों पर मिलावटी अभियान के तहत कार्रवाई की गई है।

दूषित भोजन से 50 से अधिक लोग हो गए थे बीमार

जिले में करीब दो साल पूर्व भोज व अन्य समारोह में दूषित भोजन खाने से 50 से अधिक लोग बीमार हो गए थे। सरैया इलाके में एक छात्रावास में भी दूषित भोजन की वजह से कई छात्रों का तबीयत खराब हो गई थी।

हमेशा खाद्य मानकों का रखें ख्याल

मुजफ्फरपुर के जिला खाद्य संरक्षा पदाधिकारी सुदामा चौधरी ने कहा कि जीवन अनमोल है। इसके साथ खिलवाड़ नहीं करें। जीवन जीने के लिए शुद्ध भोजन अति आवश्यक है। इसलिए ङ्क्षजदगी में खाद्य सुरक्षा का महत्व आवश्यक है। खाद्य सुरक्षा दिवस पर मैं लोगों को सलाह देना चाहता हूं कि घर का बना ही भोजन करना चाहिए। बाजार में खुले हुए खाने वाले सामान को आहार में लेने से बचना चाहिए। क्योंकि विषाक्त भोजन से शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ते हैं। विषाक्त भोजन से जान भी जा सकती है। आजकल मिलावटी सामान का प्रचलन ज्यादा है। आमलोगों की ङ्क्षजदगी से दुकानदार भी खिलवाड़ करते हैं। हालांकि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इसलिए व्यापार करने वालों लोगों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाद्य पदार्थ पूरी तरह सुरक्षित बेचें। क्योंकि सभी उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वस्थ और पौष्टिक भोजन लेने का अधिकार है।


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