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मुजफ्फरपुर में जली चिप्स फैक्ट्री के मलबे से मिले तीन और मजदूरों के शव

जिंदा जलकर मरनेवाले मजदूरों की संख्या सात पर पहुंची, मंगलवार को मिले तीन में से दो शवों की परिजन ने की पहचान।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 01 Jan 2019 10:26 PM (IST)Updated: Tue, 01 Jan 2019 11:11 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में जली चिप्स फैक्ट्री के मलबे से मिले तीन और मजदूरों के शव
मुजफ्फरपुर में जली चिप्स फैक्ट्री के मलबे से मिले तीन और मजदूरों के शव

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बोचहां के बाजितपुर स्थित तिरहुत फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री के मलबे से मंगलवार को मजदूरों के तीन और शव पुलिस को मिले। ये शव उसी जगह के आसपास मिले हैं, जहां सोमवार को चार मजदूरों के शव मिले थे। इसके साथ ही जिंदा जल कर मरनेवाले मजदूरों की संख्या सात पर पहुंच गई है। जिला प्रशासन की ओर से जारी लापता मजदूरों की संख्या भी सात बताई गई थी। तीन मजदूरों के शव भी बुरी तरह जले हैं। इनमें दो शवों की पहचान उसके परिजन ने की है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया। सोमवार को भेजे गए चार शवों का पोस्टमार्टम किया गया।

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शर्ट-जैकेट व बाल से परिजन ने दो शवों को पहचाना

वैसे तो तीन शव बुरी तरह जले थे, लेकिन दो के परिजन ने पहचान का दावा किया है। इसमें रामप्रदीप राम के मौसा बनवारी राम ने उसके बाल से किया। उसने दावा किया कि रामप्रदीप लंबे बाल रखता था। जलने के बाद भी सिर पर उसके कुछ बाल बचे थे। दूसरे मृतक के विनोद राम के शव की पहचान उसके भाई सरोज राम की पहचान उसके जले शर्ट व जैकेट से की। जले शर्ट व जैकेट का कुछ भाग शव पर मौजूद थे। तीसरे शव की पहचान नहीं हो पाई है। इससे पहले सोमवार को एक मृतक चंदन की पहचान करने का दावा उसके परिजन ने किया। उनका कहना था कि एक दुर्घटना में उसके पैर टूट गए थे। डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान स्टील का रॉड लगाया था। जलने के बाद भी उसके पैर में यह रॉड लगा पाया गया।

दिन के 11 बजे से शुरू हुआ मलबा हटाना

मंगलवार को दिन के 11 बजे फैक्ट्री के अंदर मजदूरों के शवों के दबे होने वाले स्थान पर जमा मलबे को हटाने का काम शुरू हुआ। इसके लिए नगर निगम के मजदूरों व जेसीबी को लगाया था। एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार के नेतृत्व में जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी वहां मौजूद थे।

शव के अंश मिलने पर चौथे की दबे होने की आशंका

तीन शवों के मिलने के बाद शरीर के कुछ अंगों के अवशेष भी मिले। इससे आशंका हुई कि यह चौथे मजदूर की है, लेकिन जांच करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने तीन अन्य शवों अंश बताया। हालांकि, अन्य शवों के दबे होने की आशंका को देखते हुए मलबा हटाने का काम जारी रखा गया।

आखिरी पुष्टि डीएनए जांच के बाद

हादसे के बाद जिला और पुलिस प्रशासन ने सात मजदूरों के लापता होने की सूची जारी की थी। हालांकि, अब तक सात शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन ये शव लापता लोगों के ही हैं, इसकी आखिरी पुष्टि डीएनए जांच के बाद ही हो सकेगी।

लापता लोगों के नाम

इनमें अजय राम (बैरिया, शिवहर), विनोद राम (बैरिया, शिवहर), सूरज कुमार (जलालपुर, मुशहरी),अमित कुमार (खैरबा, सीतामढ़ी), चंदन कुमार (खैरबा, सीतामढ़ी), रामबली कुशवाहा (रूपौली, मीनापुर), प्रदीप कुमार (लौखान, पूर्वी चंपारण) शामिल है।


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