विवि के कागजात बेचने में तीन कर्मी निलंबित
विगत परीक्षा के प्रवेश पत्र व अन्य कागजात बेचने के मामले में विवि प्रशासन ने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
मुजफ्फरपुर । विगत परीक्षा के प्रवेश पत्र व अन्य कागजात बेचने के मामले में विवि प्रशासन ने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। माना जा रहा कि छात्र संघ की ओर से विवि प्रशासन पर लगातार दबाव बनाए जाने के कारण कार्रवाई की गई। विवि ने एसके कर्ण, उदय नारायण प्रसाद व विनोद कुमार मिश्रा को निलंबित किया है। निलंबन अवधि में एसके कर्ण व विनोद कुमार मिश्र का मुख्यालय विवि प्रेस और उदय नारायण प्रसाद का मुख्यालय लाइब्रेरी बनाया गया है। 14 जुलाई को विवि छात्र संघ अध्यक्ष बसंत कुमार व एलएस कॉलेज के छात्र संघ प्रतिनिधि ठाकुर प्रिंस ने विवि के कागजात से भरा ट्रक पकड़ा था। विवि ने 2013 तक की कॉपी बेचने का आदेश दिया था। लेकिन, ट्रक में 2013 के बाद की परीक्षाओं के कागजात व छात्रों के प्रवेश पत्र भी लोड किए गए थे। छात्र संघ के पदाधिकारियों ने ट्रक को कब्जे में लेकर विवि थाने को सौंप दिया। छात्र नेता घटना के दिन देर रात तक कुलपति आवास पर कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे। विवि प्रशासन ने 15 जुलाई को आरोपित तीन कर्मचारियों से 24 घटे के अंदर जवाब मांगा। आरोपित कर्मचारियों ने सोमवार को जवाब सौंप दिया। असंतोषजक जवाब होने के कारण विवि प्रशासन ने तीनों को निलंबित कर दिया। छात्र नेताओं ने कहा कि छात्र संघ के दबाव पर एक्शन हुआ, लेकिन अधिकारियों को बचाया जा रहा है। इस घटना में अधिकारियों पर भी विवि कार्रवाई करे। तीन दिन बाद भी कागजात की जांच नहीं : आदेश के तीन दिन बाद भी ट्रक पर लदे कागजात की जांच शुरू नहीं हो सकी। आदेश दिया गया था कि 2013 के बाद के सभी कागजात की छटनी करनी थी, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। आरोप सिद्ध होने के बाद भी प्राथमिकी नहीं : विवि प्रशासन कानूनी कार्रवाई से पीछे हट रहा है। आरोपित कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तो की गई, लेकिन पूरे मामले की प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अधिकारी भी घेरे में आएंगे।