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Muzaffarpur News: बालिका गृह से गायब चार बच्चियों के सुराग को शहर में उतरीं सीबीआइ की तीन टीमें

गायब बच्चियों की तस्वीर दिखाकर मोहल्ले के लोगों से पहचान कराने की कोशिश। इससे पहले बालिका गृह परिसर व श्मशान घाट की खोदाई व बूढ़ी गंडक नदी में चला था तलाशी अभियान।

By Murari KumarEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 09:29 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 09:29 AM (IST)
Muzaffarpur News: बालिका गृह से गायब चार बच्चियों के सुराग को शहर में उतरीं सीबीआइ की तीन टीमें
Muzaffarpur News: बालिका गृह से गायब चार बच्चियों के सुराग को शहर में उतरीं सीबीआइ की तीन टीमें

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर के बहुचर्चित बालिका गृह से गायब बच्चियों की तलाश को लेकर रविवार को सीबीआइ की तीन टीमें शहर में उतरीं। सीबीआइ अधिकारी चार बच्चियों की तस्वीर लेकर नगर थाना क्षेत्र के कई मोहल्लों में करीब दो घंटे तक भटकते रहे। लोगों को तस्वीर दिखाकर इनकी पहचान कराने की कोशिश की गई। फिलहाल, लोगों से कोई जानकारी नहीं मिलने पर अधिकारी वापस पटना लौट गए। 

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जांच में शामिल थीं तीन टीमें

पटना से दो वाहनों से सीबीआइ के अधिकारी रविवार सुबह करीब 11 बजे मिठनपुरा स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां से तीन टीमों में बंटकर अधिकारी अलग-अलग मोहल्लों में जांच के लिए निकले। एक टीम साहू रोड व केदारनाथ रोड, दूसरी चतर्भुज स्थान चौक, शुक्ला रोड, पुरानी गुदरी और तीसरी टीम दीवान रोड व रमना मोहल्ला में बच्चियों का सुराग तलाशने निकली। सीबीआइ अधिकारियों के पास चार बच्चियों की तस्वीरें थीं। इनको स्थानीय लोगों व दुकानदारों को दिखाकर पूछताछ की। कहीं से भी ठोस सुराग नहीं मिला। 

  • बच्चियों की तस्वीर दिखाकर मोहल्ले के लोगों से पहचान कराने की कोशिश 
  • केदारनाथ रोड, चतर्भुज स्थान चौक, शुक्ला रोड, पुरानी गुदरी व दीवान रोड और रमना मोहल्ले में भटकती रहीं सीबीआइ की टीमें
  • इससे पहले बालिका गृह परिसर व श्मशान घाट की खोदाई व बूढ़ी गंडक नदी में चला था तलाशी अभियान
  • कहीं से नहीं मिला ठोस सुराग, वापस पटना लौट गए सीबीआइ के अधिकारी

साहू रोड में कपड़ा दुकानदार से पूछताछ

सुबह 11.30 बजे सीबीआइ टीम साहू रोड में एक कपड़े की दुकान पर पहुंची। अपना परिचय बताते हुए सीबीआइ अधिकारी ने तीन बच्चियों की तस्वीरें दुकानदार को दिखाईं। बच्चियों की पहचान बताने को कहा। दुकानदार को भरोसा दिलाया गया कि उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। हालांकि दुकानदार ने किसी को भी पहचानने से इन्कार कर दिया। 

पहले भी खाक छान चुकी सीबीआइ

पुलिस व सीबीआइ के समक्ष बालिका गृह की कुछ लड़कियों ने दावा किया था कि ब्रजेश ठाकुर व अन्य ने मिलकर कई लड़कियों की हत्या कर दी है। ब्रजेश के नौकर ने भी सीबीआइ के समक्ष इस दावा की पुष्टि की थी। इस पर महिला थाना पुलिस ने बालिका गृह परिसर की खोदाई कराई। बाद में सीबीआइ ने सिकंदरपुर श्मशान घाट में चिह्नित स्थान की खोदाई कराई तो वहां दो मानव कंकाल मिले थे। एफएसएल जांच में ये कंकाल पुरुष के निकले। सीबीआइ टीम अखाड़ाघाट में बूढ़ी गंडक नदी में कई किलोमीटर तक तलाशी ली। हालांकि इन प्रयासों का कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया। 

ब्रजेश सहित 19 को विशेष कोर्ट से सुनाई जा चुकी सजा

मई 2018 को बालिका गृह की लड़कियों के साथ यौन हिंसा का मामला सामने आया था। बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले का सेशन ट्रायल दिल्ली के साकेत स्थित विशेष पॉक्सो कोर्ट में चला था। सेशन ट्रायल पूरे होने के बाद इस साल फरवरी में ब्रजेश ठाकुर सहित 19 दोषियों को सजा सुनाई गई थी। इसमें ब्रजेश व रवि रोशन सहित चार को मरने तक जेल की सजा सुनाई गई है। 


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