बारिश और ओलावृष्टि ने छीनी किसानों की मुस्कान, हजारों हेक्टेयर खेत में लगी फसलें बर्बाद Muzaffarpur News
आंधी पानी के साथ कई स्थानों पर गिरे ओले मक्का आम लीची और गेहूं की फसल को नुकसान। रविवार की आधी रात बाद कई इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले में रविवार की रात आई आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने किसानों की मुस्कान छीन ली है। मुशहरी समेत कई इलाकों में ओलावृष्टि के चलते हजारों हेक्टेयर खेत में लगी फसलें बर्बाद हो गई है। ओला गिरने से मक्का और गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। वहीं आम और लीची को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। आम और लीची के तमाम मंजर झड़ गए है।
मुशहरी के किसान संजय कुमार ने बताया कि उनकी तकरीबन 10 लाख की फसल बर्बाद हो गई है। वह सदमे में है। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को आवेदन दिया है। इसके आलोक में डीएओ के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने खेत में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. केके वर्मा ने खुद खेतों का निरीक्षण कर फसल की क्षति का जायजा लिया।
उधर, कई अन्य इलाकों में भी आंधी-पानी और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। उधर, जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. केके वर्मा ने जिले के सभी बीएओ, कृषि सलाहकार और कृषि समन्वयकों को पत्र भेज कर 22 मार्च की रात हुई बारिश और ओलावृष्टि से हुई फसलों की क्षति का सर्वेक्षण, क्षति का प्रतिशत तथा प्रभावित किसानों की सूची 24 घंटे के भीतर विहित प्रपत्र में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
अनुदानित दर पर बीज के लिए ऑनलाइन आवेदन पहली अप्रैल से
खरीफ 2020-2021 में कृषि विभाग विभिन्न फसलों के लिए किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराएगा। इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन लिया जाएगा।
किसान एंड्रायड मोबाइल के जरिये आवेदन कर सकेंगे। इसके तहत पहली से 20 अप्रैल तक किसान ऑनलाइन देंगे। 20 अप्रैल के बाद ऑनलाइन आवेदन बंद हो जाएगा। 30 अप्रैल तक जिला कृषि पदाधिकारी ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत आवेदन को स्वीकृति प्रदान करेंगे। 5 मई तक डीएओ को बीज का आवंटन मिलेगा। 15 मई तक बीज के लिए डीलर राशि जमा करेंगे। डीलरों को 25 जून तक बीज उपलब्ध कराई जाएगी।
जबकि 15 अगस्त तक बीज वितरण की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। इस बाबत कृषि निदेशक सह बिहार राज्य बीज निगम के प्रबंध निदेशक ने डीएओ समेत संबंधित अधिकारियों और बीज वितरकों को पत्र भेजा है। इसके आलोक में डीएओ ने डॉ. केके वर्मा ने सभी बीएओ समेत सभी संबंधित अधिकारियों को किसानों को जानकारी देने और योजना का अधिकाधिक लाभ किसानों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।