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CBSE : स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई की ओर से इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा, जानिए

CBSE कक्षा 6 से 11वीं तक के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ। सभी संबद्ध स्कूल संचालकों को दिया गया निर्देश। बोर्ड की ओर से सत्र- 2020-21 से तीन नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत की जा रही है

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 01:57 PM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 01:57 PM (IST)
CBSE : स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई की ओर से इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा, जानिए
CBSE : स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई की ओर से इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा, जानिए

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अब इंटरप्रेन्योरशिप और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विद्यार्थियोंको कौशल आधारित प्रशिक्षण देगा। कक्षा छह से 11वीं तक के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। इसको लेकर बोर्ड की ओर से सत्र- 2020-21 से तीन नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत की जा रही है।

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बोर्ड की ओर से 11वीं के विद्यार्थियों के लिए डिजाइनिंग, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर और आॢटफिशियल इंटेलीजेंस की पढ़ाई इसी सत्र से शुरू की जाएगी। इसके अलावा बोर्ड की ओर से सेकेंड्री लेवल पर 17 स्किल सब्जेक्ट््स और सीनियर सेकेंड्री लेवल पर 37 स्किल सबजेक्ट््स को पहले ही लागू करने के लिए आदेश जारी किया जा चुका है। स्किल कोर्स के संचालन के लिए बोर्ड की ओर से शिक्षकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश और प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

अतिरिक्त विषय के रूप में शामिल होगा स्किल सबजेक्ट

सेकेंड्री लेवल पर पांच अनिवार्य विषयों के साथ स्किल सबजेक्ट को जोड़ा गया है। चयनित छह विषयों में से यदि विद्यार्थी तीन मुख्य विषयों विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित में से किसी एक में असफल हो जाते हैं और एडिशनल स्किल सबजेक्ट में पास हैं तो यह मुख्य विषय के रूप में बदल दिया जाएगा। साथ ही विद्यार्थी चाहें तो असफल हुए विषय में कंपार्टमेंटल परीक्षा दे सकते हैं। नौवीं और दसवीं के विद्यार्थियों के लिए एक या इससे अधिक स्किल कोर्स को चुनने की छूट दी गई है। वहीं कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों के लिए 12 घंटे की कुल अवधि का स्किल मॉडल का प्रस्ताव दिया है। इसे इसी एकेडमिक वर्ष में लागू कर देना है।

विद्यार्थियों के हित में जरूरी

सीबीएसई स्कूल संगठन व प्रबंधक, मदर टेरेसा विद्यापीठ के पीआरओ सतीश कुमार झा ने कहा कि बोर्ड की ओर से विद्यार्थियों के हित में काफी अहम विषयों को शामिल किया गया है। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार की ट्रेनिंग मिलेगी। साथ ही 12वीं के बाद विद्यार्थियों को जॉब के विकल्प भी आसानी से उपलबध होंगे।  


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