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Railway Encroachment : सर्वे में सिमट कर यह गई योजना, रेलवे की जमीन पर कब्जा बरकरार

Railway Encroachment हाजीपुर-समस्तीपुर-नरकटियागंज रेलमार्ग पर रेलवे की जमीन पर बसी हैं अवैध बस्तियां। दो साल पहले रेलवे की जमीन खाली कराने के लिए कराया गया था सर्वे।

By Ajit KumarEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 10:22 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 01:56 PM (IST)
Railway Encroachment : सर्वे में सिमट कर यह गई योजना, रेलवे की जमीन पर कब्जा बरकरार
Railway Encroachment : सर्वे में सिमट कर यह गई योजना, रेलवे की जमीन पर कब्जा बरकरार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Railway Encroachment : हाजीपुर-समस्तीपुर-नरकटियागंज रेलमार्ग पर रेलवे की जमीन पर अवैध बस्तियां बसी हैं। रेलवे ने जमीन खाली कराने की योजना बनाई थी। दो साल पहले सोनपुर मंडल के अधिकारियों ने हाजीपुर-समस्तीपुर 110 किलोमीटर रेलमार्ग पर जमीन का सर्वे कराया। लेकिन, वहां से अवैध बस्तियों को हटाने की कोई पहल शुरू नहीं हो सकी। इससे हाजीपुर और समस्तीपुर रेलमार्ग पर खबरा, मझौलिया, गोबरसही, सीहो, ढोली, कपरपुरा समेत अन्य जगहों पर इन बस्तियों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा है। अप और डाउन ट्रेनों में अपराधियों ने घटना का अंजाम देना शुरू कर दिया। कई यात्रियों का मोबाइल, घड़ी, पैसा छीनकर ट्रेन से कूदकर फरार हो जाते थे। मुजफ्फरपुर रेल पुलिस को सूचना मिलने के बाद छापेमारी शुरू की। एक-एक कर अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसके बाद वहां पर ट्रेनों में अपराध की घटनाएं बंद हो गईं।

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रेलवे की जमीन पर कब्जा

जानकारी के अनुसार हाजीपुर से मुजफ्फरपुर और मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर रेलखंड यानी 110 किलोमीटर रेलवे की जमीन पर कब्जा है। 30 से 40 सालों से लोग यहां झोपड़ी बनाकर रहते हैं। दो साल पहले पूर्व डीआरएम मनोज कुमार अग्रवाल के कार्यकाल में रेलवे की जमीन में अवैध रूप से रहने वालों को हटाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। इसमें तुर्की, रामदयालु नगर, भगवानपुर, मुजफ्फरपुर, नारायणपुर अनंत, तुर्की, कपरपुरा में अधिकारियों ने रेलवे की खाली जमीन का सर्वे किया। इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। क्योंकि, पूर्व डीआरएम का तबादला कर दिया गया। खाली जमीन पर अवैध लोगों का कब्जा बरकरार है।

विकास की योजना बीच में ही लटकी

सर्वे के बाद खाली जमीन पर विकास की योजना बनी वह भी बीच में ही लटक गई। पूर्व मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि खाली जमीन पर विकास कराने की योजना है। यह प्रक्रिया लंबी है। रेल थानाध्यक्ष नंदकिशोर ङ्क्षसह ने बताया कि रेलवे की खाली जमीन में अवैध लोग रहते हैं। वे आपराधिक घटनाओं को अंजाम भी देते हैं। सूचना पर पकड़ कर जेल भेजा गया है। नवंबर व दिसंबर 2019 में 10, पांच जनवरी 2020 में 10 और फरवरी में पांच अपराधियों को पकड़ा गया था।  


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