बिहार विश्वविद्यालय की 30 हजार ग्रेजुएट बेटियों को मिलेगा सरकार की घोषणा का लाभ
चहक उठीं बेटियां, बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ को मिलेगा प्रोत्साहन, छात्राओं ने कहा कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ को इससे प्रोत्साहन मिलेगा।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। ग्रेजुएट बेटियों को 25-25 हजार रुपये देने की सरकार की घोषणा का बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में इस साल पासआउट हुईं कम से कम 30 हजार बेटियों को लाभ मिलेगा। ग्रेजुएट बेटियां भी इसका लाभ उठा पाएंगी। छात्राओं में इसको लेकर काफी खुशी है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना के तहत छात्राओं को यह राशि मिलनी है। वोकेशनल कोर्स में बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए), बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बैचलर ऑफ इंडस्ट्रियल माइक्रो बायोलॉजी (बीआइएमबी), फिश एंड फिशरीज की छात्राओं को भी उसका लाभ मिल सकेगा। एमडीडीएम कॉलेज छात्रसंघ की कोषाध्यक्ष अंकिता चौधरी, सपना कुमारी, चेतना आंनद, अंजली शेखर, एलएस कॉलेज की काउंसिल मेंबर हनी सिंह, आरबीबीएम की वंदना कुमारी, प्रियंका कुमारी, आरडीएस कॉलेज की काउंसिल मेंबर जीविका कुमारी, उपाध्यक्ष हंसा भारती, डॉ. राममनोहर लोहिया कॉलेज की प्रतिनिधि अंजली साह आदि ने सरकार की इस घोषणा का स्वागत किया है। कहा कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ को इससे प्रोत्साहन मिलेगा।
हकदार छात्राओं की हमने भेज दी सूची : प्राचार्या
एमडीडीएम की प्राचार्या डॉ. ममता रानी ने कहा कि हाल ही में तीन लॉट में हकदार छात्राओं की सूची हमने सरकार को भेजी है। फिर भी काफी संख्या में छात्राएं अभी टर्नअप नहीं हुई हैं। इस साल इस कॉलेज से कम से कम 12-13 सौ छात्राएं पासआउट हुई हैं। इस प्रकार बिहार विश्वविद्यालय के अंतर्गत 39 अंगीभूत कॉलेज हैं और इससे कई गुना अधिक एफिलिएटेड डिग्री कॉलेज भी हैं। इससे उनकी संख्या 30 हजार के आंकड़े को भी पार कर सकती है। उन्होंने छात्राओं से अपील की कि वे कॉलेज से संपर्क कर अपना आवेदन कर दें ताकि उन्हें इसका लाभ मिल सके।
सेशन लेट होने का मिल गया फायदा
परीक्षा का सत्र विलंब होने से तमाम परेशानियों के बीच छात्राओं के लिए यह फायदेमंद साबित हो गया। वरना इस साल पास हुईं छात्राएं पिछले साल ही अपना थर्ड पार्ट क्लीयर कर चुकी होतीं। दरअसल, 25 अप्रैल, 2018 के बाद स्नातक उत्तीर्ण सभी छात्राओं को सरकार ने यह लाभ देने की बात कही है। इसके दायरे में यहां की छात्राएं भी आ गई हैं। जबकि, इस साल जिनका थर्ड पार्ट कंप्लीट होता, उन्हें जरूर अब अगले साल तक इंतजार करना पड़ेगा। यह राशि एकमुश्त छात्राओं के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं की वास्तविक सूची विश्वविद्यालय ने अभी तक भेजी नहीं है। हालांकि, विवि को अनुमान है कि 30 हजार से कम नहीं होगी वो संख्या। बीआरएबीयू में इस साल 80 हजार से अधिक स्टूडेंट्स स्नातक उत्तीर्ण हुए हैं।