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भूमि विवाद में खूब चले लाठी-डंडे, महिलाओं पर भी बरसाईं लाठियां; कोई किसी से कम नहीं

पूर्वी चंपारण के ढाका थाना का मठिया गांव गुरुवार को पूरी तरह रणक्षेत्र में बदल गया। देखते ही देखते लाठी-डंडे चलने लगे। इतना ही नहीं महिलाओं पर भी लाठी चलाने में लोग पीछे नहीं हटे।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Thu, 06 Jun 2019 09:40 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 10:43 PM (IST)
भूमि विवाद में खूब चले लाठी-डंडे, महिलाओं पर भी बरसाईं लाठियां; कोई किसी से कम नहीं
भूमि विवाद में खूब चले लाठी-डंडे, महिलाओं पर भी बरसाईं लाठियां; कोई किसी से कम नहीं

मोतिहारी, जेएनएन। पूर्वी चंपारण के ढाका थाना का मठिया गांव गुरुवार को पूरी तरह रणक्षेत्र में बदल गया। देखते ही देखते लाठी-डंडे चलने लगे। इतना ही नहीं, महिलाओं पर भी लाठी चलाने में लोग पीछे नहीं हटे। महिलाएं भी रणक्षेत्र में कूद गयीं। हाथ में जो मिला, उसी से हमला करने लगीं। भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प हुई। झड़प में चार महिला समेत दोनों पक्षों के आधा दर्जन लोग जख्मी हुए हैं। बताया जाता है कि मारपीट के दौरान मिर्ची पाउडर का भी इस्‍तेमाल किया गया था।

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काफी मशक्‍कत से शांत हुआ मामला

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सड़क पर उतर रहे आक्रोशित लोगों को समझाकर मामला शांत कराया है। घटना में एक पक्ष के जख्मी नथुनी मंडल, रीता देवी, चंदा देवी, शोभा देवी, भाग्यनारायण मंडल, चांदनी देवी व दूसरे पक्ष के रवीन्द्र शर्मा, आदित्य कुमार व अन्य को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। जख्मी चंदा देवी को चिंताजनक स्थिति में भर्ती कराया गया है। 

घटनास्‍थल पर कैंप कर रही है प‍ुलिस

घटना की बाबत एक पक्ष से रवीन्द्र शर्मा ने पुलिस को आवेदन दिया है। बताया है कि नथुनी मंडल एवं परमहंस मंडल के परिवार के लोगों ने सुनियोजित साजिश के तहत मारपीट की घटना को अंजाम दिया है। महिलाओं के द्वारा मिर्च पाउडर का उपयोग कर जानलेवा हमला किया गया है। वहीं एक पक्ष की ओर से पुलिस को आवेदन नहीं मिला है। पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर लोगों को शांत कराने में लगी है। 

यह है मामला 

एक पक्ष का आरोप है कि विवादित जमीन मुस्मात रौशनी पति कमल के नाम का है जिसका उल्लेख खतियान में है। वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि उक्त जमीन पूर्व मंत्री सियाराम ठाकुर की है 1935-36 में बेतिया राज के द्वारा लगान का निर्धारण करते हुए 25 रूपये में पदुमकेर कोठी मारफत बयनामा किया गया है। संबंधित रजिस्टर 02 अंचल कार्यालय में संधारित है। विवादित जमीन का कुल रकवा 19 धूर जिसमें पूर्व मंत्री के द्वारा जख्मी परिवार को 12 धूर जमीन में बसाया गया है। शेष 7 धूर जमीन मंत्री सियाराम ठाकुर के परिवार के कब्जे में था। 

जनता दरबार में हुई थी सुनवाई

विवाद के दौरान में ढाका थाना में आयोजित जनता दरबार में नथुनी मंडल द्वारा विपक्ष पर आरोप लगाया गया था। अंचल प्रशासन ने दोनो पक्षों की सुनवाई करते हुए सूचक को सक्षम न्यायालय में जाने का आदेश दिया था। लेकिन,  सूचक भी सक्षम न्यायालय में नहीं जा सका। प्रशासन के द्वारा शांति व्यवस्था को लेकर धारा 107 की कार्रवाई की गई। लेकिन, इस बीच दोनों पक्षों के बीच चल रहे विवाद ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया। 

कहते हैं थानेदार 

19 धूर जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। पहले इस विवाद को लेकर तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों से कागज मांगा था। लेकिन, अबतक नहीं मिला था। जांच चल रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। 

अजय कुमार 

थानाध्यक्ष, ढाका (पूचं.) 

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